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Sunday 24 July 2016

INCOME TAX Exemption Updates...

INCOME TAX Exemption Updates...
(For FY:16-17)
80 C:- Max limit
150000/- LIC-Premium, Pension Plans, NSC, MF ELSS... etc.)
80CCD:-50000/- (NPS)
80CCG:- 25000/- or 50% of your investment which every is less
80D:-25000/-
( Mediclaim Policy for self spouse, children)
30000/- for dependent parents u/s-80D. Medical reimbursement :- 15000/- US 17(2)
80DDB:- Medical expense occurred on dependent for specified illment
80TTA:- Up to 10000/- for Interest saving bank account
Gift tax :- Exempted upto 50000/-. Above 50k full amount taxable (FY) from other than Blood relation.. Gift from Blood relation is 100%Exempted...
Transport allowance :- 19200/- (FY)
C.E.A. :- 2400/- (FY)
HRA :- as per the calculation
24(b) :- 200000/- (home loan interest)
80G :- full amount in few selected organisation. This exemption is 50%
80GGB. :- 100 % exemption for political parties
80EE :- unlimited (interest on education loan )

Wednesday 29 June 2016

7वें वेतन आयोग से कर्मचारियों को आपत्ति!

7वें वेतन आयोग से कर्मचारियों को आपत्ति!

सातवें वेतन आयोग की रिपोर्ट पर केंद्रीय कैबिनेट की बुधवार को बैठक होगी और इससे जुड़े करीब 1 करोड़ केंद्रीय कर्मचारी और पूर्व कर्मचारियों की टकटकी कैबिनेट की इस बैठक पर लगी हुई है। फैसला क्या होगा, कितना पैसा बढ़ेगा, यह अभी साफ नहीं है, लेकिन गौर करने की बात यह है कि जस्टिस अशोक कुमार की अध्यक्षता में गठित इस आयोग ने इस बार एक ऐसा नियम कर्मचारियों के लिए प्रस्तावित किया है, जिससे अधिकतर सेवारत कर्मचारियों की भौंहें तन जाएंगी।वेतन आयोग की रिपोर्ट में इस बार यह नया नियम सालाना वेतन वृद्धि को लेकर बनाया गया है। इस नियम को संशोधित निश्चित पदोन्नति यानी एमएसीपी ने तहत निर्धारित किया गया है। आयोग ने अपनी रिपोर्ट में एमएसीपी के तहत कामकाज के नियम कड़े करने का सुझाव दिया है। अब केंद्रीय कर्मचारियों के कामकाज को ‘अच्छा’ से ‘बहुत अच्छा’ तय किया जाएगा।आयोग ने यह सिफारिश भी की है कि वार्षिक वेतन वृद्धि उन कर्मचारियों को नहीं दी जाए जो एमएसीपी की शर्तों के अनुरूप काम करने में सक्षम नहीं हैं या अपने सेवा काल के पहले 20 वर्षों के दौरान नियमित पदोन्नति के योग्य नहीं पाए गए हैं। एमएसीपी में अन्य बदलावों की सिफारिश नहीं की गई है।

7th पे कमीशन की सिफारिशों को कैबिनेट की मंजूरी, 23% तक बढ़ेगी सैलरी

7th पे कमीशन की सिफारिशों को कैबिनेट की मंजूरी, 23% तक बढ़ेगी सैलरी

नई दिल्ली. मोदी सरकार की कैबिनेट ने बुधवार को सेवन्थ पे कमीशन की सिफारिशों को मंजूरी दे दी। मिनिमम पे 23% तक बढ़ाने को मंजूरी दी है, जो कमीशन की सिफारिशों में शामिल थी। क्या थीं सिफारिशें...

 

 

- पे कमीशन ने इम्प्लॉइज के लिए कम से कम 18,000 रुपए और ज्यादा से ज्यादा 2,25,000 रुपए (कैबिनेट सेक्रेटरी और इस लेवल के अफसर के लिए 2,50,000 रुपए) मंथली सैलरी की सिफारिश की थी।

- पीके सिन्हा की अगुआई वाली सेक्रेटरीज की कमेटी ने पे कमीशन की सिफारिशों से भी 18 से 30% ज्यादा सैलरी तय करने की बात कही थी।
- यानी 18,000 की जगह करीब 27,000 और 2, 25,000 की जगह 3, 25,000 रुपए सैलरी करने का प्रपोजल दिया था।
- इम्प्लॉइज को अगस्त महीने से एरियर के साथ सैलरी दिए जाने की उम्मीद है।

 

सरकारी खजाने पर कितना पड़ेगा बोझ?

 

- कमीशन ने सैलरी, पेंशन और अलाउंस मिलाकर कुल 23.55% की बढ़ोत्तरी की सिफारिश की। इसे कैबिनेट ने मंजूर कर दिया है।
- इससे केंद्र पर 1.02 लाख करोड़ रुपए का बोझ आएगा जो कुल जीडीपी का 0.7% है। 
- 39100 करोड़ रुपए सैलरी, 29300 करोड़ रुपए अलाउंस और 33700 करोड़ रुपए पेंशन पर खर्च होंगे।
- आम बजट पर 73650 करोड़ रुपए और रेलवे बजट पर 28450 करोड़ रुपए का बोझ आएगा।

 

70 साल में सबसे कम इजाफे की सिफारिश
 

- पैनल ने बेसिक सैलरी में 14.27% से 16% इजाफा करने की सिफारिश की है। यह 70 साल में सबसे कम बढ़ोत्तरी की सिफारिश हैं। 6th पे कमीशन में 20% सैलरी बढ़ाने की सिफारिश की गर्इ थी।

 

क्या हैं कमीशन की अहम सिफारिशें?

- केंद्र के इम्प्लॉइज की बेसिक पे 16% और अलाउंस 67% तक बढ़ाने की बात कही गई है। टोटल सैलरी 23.5% बढ़ाई जाए। पेंशन में एवरेज 24% की बढ़ोत्तरी हो।
- मिनिमम बेसिक पे 7 हजार से बढ़कर 18 हजार रुपए किया जाए। सैलरी में सालाना 3% इन्क्रीमेंट हो। 
- केंद्र के सभी इम्प्लॉइज के लिए भी वन रैंक-वन पेंशन हो। इसके दायरे में 10 साल पहले रिटायर हुए इम्प्लॉइज भी होंगे।
- ग्रैच्युटी की लिमिट 10 से बढ़ाकर 20 लाख रुपए। जब भी डीए 50% बढ़ेगा, ग्रैच्युटी लिमिट 25% बढ़ेगी।
- सैलरी तय करने के लिए पे बैंड और ग्रेड पे का सिस्टम खत्म।
- 56 तरह के अलाउंस खत्म किए जाएं, सभी को एक जैसी पेंशन।
- पैरा मिलिट्री फोर्स के लिए भी शहीद का दर्जा। मिलिट्री सर्विस पे दोगुना होगा। यह सिर्फ आर्मी पर लागू होगा। बाकी पर नहीं।

क्या है सेवन्थ पे कमीशन?

- कमीशन के चेयरमैन अशोक कुमार माथुर हैं। उन्होंने कुछ महीने पहले फाइनेंस मिनिस्टर जेटली को सिफारिशें सौंपी थीं।
- यह कमीशन यूपीए सरकार ने फरवरी 2014 में बनाया था। इसे 18 महीने में रिपोर्ट सौंपनी थी। लेकिन इसका टर्म अगस्त 2015 में चार महीने के लिए बढ़ा दिया गया था।
- कमीशन के सुझावों को सरकार को 1 जनवरी, 2016 से लागू करना है। लिहाजा, एरियर मिल सकता है।
- इन सिफारिशों का 50 लाख इम्प्लॉइज और 58 लाख पेंशनर्श को फायदा मिलेगा।

इतना होगा शिक्षकों का वास्तविक वेतन

शिक्षकों के लिए सातवाँ वेतन आयोग: इतना होगा शिक्षकों का वास्तविक वेतन (मूल रिपोर्ट से पढ़कर)
शिक्षकों के लिए सातवाँ वेतन आयोग (मूल रिपोर्ट से पढ़कर)
(1) वेतन आयोग ने शिक्षकों की उच्चीकृत वेतन की मांग को ख़ारिज
किया | (पेजb b VII 1,2 ।

(2) ग्रेड पे का सिस्टम समाप्त | वार्षिक वेतन वृधि 3% |
    
       (3) नयी भर्ती या वेतन निर्धारण पर आरम्भिक/न्यूनतम वेतन (पेज VII 3) -

                ** प्राइमरी ग्रेड **                                                                                 (ग्रेड पे-4200) का ~~~
  आरम्भिक/न्यूनतम वेतन - --35400 ।

              ** एल0टी0 ग्रेड **
               (ग्रेड पे-4600 ) का
     आरम्भिक/न्यूनतम वेतन-- -44900 ।

               ** प्रवक्ता ग्रेड **
               (ग्रेड पे-4800) का
आरम्भिक/न्यूनतम वेतन-- -47600 ।

                 ** प्रधानाध्यापक **
         (ग्रेड पे-5400 ) का  आरम्भिक/न्यूनतम वेतन- --56100 ।

                  ** प्रधानाचार्य **
                (ग्रेड पे-7600) का
आरम्भिक/न्यूनतम वेतन- --78800 ।

      (4) वेतन निर्धारण फार्मूला –
             (पेज VII 4 से 7)

     01 / 01 / 2016 को छठे वेतनमान में बेसिक पे × 2.57 = A (माना) पूर्ण रूपये में | अब A को संबधित पद की FITMENT टेबल (पेज VII 8,9) में सम्बंधित पद (ग्रेड पे की) के कॉलम में A के मान से अगला मान रखे | यही आपकी नयी बेसिक पे होगी |

           , ** उदाहरण के लिए **
         (पेज VII 4 से 7 तथा 10)   
      
                  ** उदाहरण **
01/01/2016 को किसी प्रवक्ता
(4800 ग्रेड पे) का मूल वेतन = 23750
NEW BASIC PAY = 23750 × 2.57 = 61037.5 ≈ 61037 ।

   अब फिटमेंट टेबल (पेज VII 8) के कॉलम 8(4800 ग्रेड पे) में देखे कि Rs 61037 से अगला मान Rs 62200 है |
           यही Rs 62200 दिनांक 01/01/2016 को किसी प्रवक्ता (4800 ग्रेड पे) का नया मूल वेतन होगा |!

Friday 17 June 2016

केंद्रीय कर्मचारियों को 30 प्रतिशत का इंक्रीमेंट

खुशखबरी: केंद्रीय कर्मचारियों को 30 प्रतिशत का इंक्रीमेंट, जानें कितनी बढ़ेगी आपकी सैलरी

नयी दिल्ली। सरकारी कर्मचारियों के लिए खुशखबरी है। 1 अगस्त से केंद्रीय कर्मचारियों को उनका बढ़ा हुआ वेतन 6 महीने के एरियर के साथ मिलना शुरु हो जाएगा। माना जा रहा है कि 1 अगस्त से केंद्र सरकार अपने 47 लाख कर्मचारियों और 52 लाख पेंशनधारियों को उनका बढ़ा हुआ वेतन देना शुरु कर देगी।
ऐसे में हम आपको बता रहे हैं कि सातवां वेतन लागू होने के बाद आपकी सैलरी कितनी हो जाएगी। यानी की 1 अगस्त से आप के बैंक खाते में कितनी सैलरी क्रेडिट होगी। 7वें वेतन आयोग की वेबसाइट ने इस बार कर्मचारियों के लिए यह जानना आसान कर दिया है कि वेतन वृद्धि के बाद उनका बढ़ा हुआ वेतन कितना होगा?

आपको जरुरत है बस कुछ दिशानिर्देशों का पालन करने की, जिसके बाद आप आसानी से अपने बढ़े हुए सैलरी को कैलकुलेट कर सक ते हैं।
कैसे जानें अपनी सैलरी बढ़ोतरी?
नीचें दिए लिंक पर जाने के बाद आपके सामने बॉक्स नुमा पेज खुलेगा। जिसमें आपको अपनी जानकारी भरनी होगी।
आपको अपना वर्तमान (6 सीपीसी) मूल वेतन (वेतन बैंड + ग्रेड वेतन) दर्ज करना होगा।
उसके बाद आपको ग्रेड पे के साथ आपना बैंड वेतन चयन करना होगा।
अपने वर्तमान एचआरए % और अपने परिवहन भत्ते का चयन करना होगा।
जिसके बाद आप जहां नौकरी करते हैं उस शहर को चुनना होगा।
पूरी जानकारी भरने के बाद कैलकुलेट बटन पर इंटर दबाएं।
इसके साथ ही आपको सातवें सीपीसी का रिवाइज़्ड मूल वेतन, मैट्रिक्स स्तर, सूचकांक स्तर, एचआरए की संशोधित राशि, यात्रा भत्ते की संशोधित राशि और 7 वें वेतन आयोग की सिफारिशों के अनुसार प्रति माह कुल संशोधित वेतन आसानी से मालूम हो जाएगी।
बढ़ी हुई सैलरी जानने के लिए यहां करें
Source: hindi.oneindia.com

Wednesday 15 June 2016

7वां वेतनमान : कर्मचारियों को 1 अगस्त से मिल सकती एरियर के साथ बढ़ी हुई सैलरी

7वां वेतनमान : कर्मचारियों को 1 अगस्त से मिल सकती एरियर के साथ बढ़ी हुई सैलरी
नई दिल्ली. केंद्र सरकार शीघ्र से ही अपने 47 लाख कर्मचारियों और 52 लाख पेंशनधारियों को खुशखबरी दे सकती है. मीडिया रिपोर्टों पर यकीं करें तो एक अगस्त से केंद्रीय कर्मचारी 6 महीने के एरियर के साथ बढ़ी हुई सैलरी पाने लगेंगे.
रिपोर्टों के मुताबिक जुलाई की बढ़ी हुई सैलरी एक अगस्त 2016 को 47 लाख कर्मचारियों और 52 लाख पेंशनधारियों के खातों में जमा होगी. हालांकि, यह साफ नहीं है कि पिछले छह महीने का पूरा एरियर एक अगस्त को ही कर्मचारियों के खाते में जमा होगा अथवा इसे समय-समय पर जमा किया जाएगा.
गौरतलब है कि केंद्र सरकार 7वें वेतनमान को 1 जनवरी 2016 से प्रभावी बनाने की सोच रही है.
बता दें कि 7वें वेतन आयोग में 2,50,000 रुपए का अधिकतम मूल वेतन और 18,000 रुपए का न्यूनतम मूल वेतन का सुझाव दिया गया था. इसके अलावा 30 प्रतिशत की वृद्धि को मानें तो मासिक वेतन क्रमशः 23,400 रुपए के न्यूनतम स्तर और 3,25,000 रुपए के अधिकतम स्तर तक पहुंच सकता है.

Friday 3 June 2016

Tuesday 31 May 2016

6D एवम् staffing pattern

⭕सामान्य जानकारी ⭕
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6D एवम् staffing pattern
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1--  6 डी क्या  है  ?  

उत्तर -- यह एक  विभागीय प्रकिया  है ।राजस्थान सर्विस नियम 1971 में भी इस नियम का उल्लेख किया  गया  है ।जिसके अन्तर्गत पंचायती  राज में  नियुक्त कार्मिक  को शिक्षा  विभाग में  100% प्रतिशत  रिक्तियों  के  विरूद्ध  पदस्थापित  किये किया जाता है।                                

2-- 6डी के लिये  क्या योग्यता  निर्धारित  की गई  है ?।                      

उत्तर -- 6 डी के कार्मिक  पंचायती राज पद अध्यापक को 5 वर्ष का सेवा अनुभव  न्यूनतम व साथ ही योग्यता अर्थात बीएड व stc अनिवार्य है ।                                 

3-- 6 डी के क्या लाभ है ?        

उत्तर --  उक्त समायोजन के बाद कार्मिक  को पंचायती राज में न  गणना कर शिक्षा विभाग मे गिना जाएगा।शिक्षा विभाग के समस्त  परिलाभ को कार्मिक को दिएजाएंगे।

4-- क्या माध्यमिक में कार्यरत  पूल बजट के कार्मिक व एकीकरण में  मर्ज विधालय के कार्मिकों  को 6डी में  गिना जाएगा  ?                                        

उत्तर -- पूल बजट के कार्मिकों व एकीकरण  के बाद माध्यमिक  सेटअप में  गए कार्मिकों   को 6 डी में  नही गिना जाएगा ।इन्हें  अपने मूल विभाग पंचायती राज में  ही  यथावत रखा जाएगा।                    

5 -- समानीकरण में  वरिष्ठता  किस आधार  पर  गिनी जाएगी  ?         

उत्तर -- वरिष्ठता  का आधार जिले में  नियुक्ति/ कार्यग्रहण  तिथि से किया गया है।                                        

6 -- अधिशेष अध्यापक  से क्या अभिप्राय  है ?                               

उत्तर -- एक विधालय में  एक ही विषय के एक से अधिक कार्मिक  कार्यरत है।                                   

7 -- अधिशेष की गणना केसे की      जाए ?                                

उत्तर --ऐसी स्थिति में वहां अधिशेष की गणना विधालय मे अधिकतम ठहराव वाले कार्मिकों को  विषयवार   अधिशेष कर अन्यत्र विधालय में स्वीकृत  रिक्त पदों पर  पदस्थापित  किया जाएगा।

8--वर्तमान Staffing pattern/समानीकरण क्या है ?

उत्तर--माध्यमिक शिक्षा में रिक्त रहे पदों को प्रारम्भिक शिक्षा (3rd ग्रेड) से भरना

9--6D व् staffing pattern में क्या अंतर है ?

उत्तर--6D केवल पंचायतीराज कार्मिकों के लिए होता है जबकि staffing pattern सभी का हो सकता है

10--staffing pattern  व् 6D में ब्लॉक change हो सकता है ?

उत्तर-- हाँ

11--नवनियुक्त अथवा 2012 अध्यापक किससे और कैसे प्रभावित होंगे ?

उत्तर-- सभी प्रारम्भिक शिक्षा को सौंपे जाने चाहिए ।

12--वर्तमान में counseling सही अर्थों में इनमे से क्या है ?

उत्तर-- माध्यमिक शिक्षा में अध्यापकों के रिक्त पदों को 6D वरीयता के आधार पर भरना

13--माध्यमिक में पूर्व में ही समायोजित शिक्षको के लिए कौनसी प्रक्रिया अपनाई जायेगी

उत्तर--जिनका पूर्व में समायोजन हो चूका हे उनको वही करेंगे अगर किसी के पूर्व में गलती रह गयी हो तो वह सम्बंधित DEO से मिल कर त्रुटि सुधार करा सकता हे
और जो शिक्षक माध्यमिक में कार्यरत हे और उनका अभी तक समयोजान नही हुआ हे अगर वह योग्यता रखते हे ( स्टाफिंग पैटर्न और कॉउंसलिंग प्रक्रिया ) जे अनुसार तो उनका समाजोयन माध्यमिक में होगा वरना उनको प्रारम्भिक में वापस भेजा जायेगा ।


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निश्चित रूप से इस सामान्य जानकारी में त्रुटियाँ हो सकती है अनुभवी साथी उचित मार्गदर्शन कर आवश्यक सुधार अवश्य करें

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ये एक छोटा सा प्रयास है। समानीकरण व 6 डी की प्रक्रिया को  समझाने का  ।इसे अधिकारिक नही मानें ।अनुभवी साथी आवश्यक  सुधार करें ।��

Tuesday 17 May 2016

7th Pay Commission Arrears To Be Paid In August


May 16, 2016
7th Pay Commission Arrears To Be Paid In August
The central government is going to start payment of salaries to its 48 lakh officials and employees according to 7th Pay Commission award from July and six months’ arrears are to be paid in August.

As per official calculation, no huge amount will be required for the payment of arrears.
The government in its annual budget has provisioned Rs 70,000 crore to meet the demand for implementation of 7th Pay Commission for central government employees which will take effect from January 1, 2016, while the allowances would be paid from July 1, 2016.

Basic salary of central government employees is likely to be tripled under the 7th Pay Commission award with employees in the lower rung getting the highest percentage of raise.

In the highest grade, basic salary is likely to rise around to Rs 2,70,000 to Rs 2,50,000 and in the lowest grade to Rs 21,000.

In June end, the cabinet is likely to approve the new pay scales for central government employees after considering report of the 7th Pay Commission, led by Justice A K Mathur, and the report of the 13 member Empowered Committee of Secretaries headed Cabinet Secretary P K Sinha to process the recommendations of the 7th Pay Commission, which was set up in January.

The officials familiar with the developments told The Sen Times that the Finance Minister Arun Jaitley has not been under pressure to meet the demand as he has surplus money in the national exchequer.

“We have provisioned for around 60-70 per cent of the total burden that was talked about,” the officials said adding about Rs 70,000 crore has been provided in the Budget.

The government will issue a circular in respect of online pay-fixation, which will reduce hassles as doing the same manually is both time-consuming and harassing. Pay fixation is a mandatory procedure for getting new pay and perks, the officials told us.

“We’re at the for issuing the notification and one more month will be required to issue after cabinet nod, so we hopefully say that central government employees will get new pay and arrears in July and August respectively,”

Monday 2 May 2016

राज्य के कर्मचारियों को शीघ्र मिल सकता 7वां वेतन आयोग,

राज्य के कर्मचारियों को शीघ्र मिल सकता 7वां वेतन आयोग, मंत्री ने दिए संकेत

शिव-पार्वती भवन में आयोजित कर्मचारी सम्मेलन में बोलते चिकित्सा मंत्री राजेन्द्र राठौड़।
राज्य कर्मचारियों को 7वें वेतन आयोग का तोहफा शीघ्र मिल सकता है। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री राजेन्द्र राठौड़ ने इसके संकेत दिए हैं। संयुक्त कर्मचारी महासंघ एकीकृत के संभागीय सम्मेलन में उन्होंने सरकार को एम्प्लाय फ्रेंडली बताते हुए कहा है कि सरकार ने 2008 में जिस प्रकार से छठा वेतन आयोग लागू किया था। सातवें वेतन आयोग की सिफारिशें भी उसी तर्ज पर मानने की तैयारी की जा रही है।
गोगागेट स्थित शिव पार्वती भवन में हुए संभागीय सम्मेलन में प्रमुख तौर पर तीन समस्याएं छायी रही। कर्मचारी नेताओं ने 7वें वेतन आयोग को लागू करने से पहले सभी कैडर के कर्मचारियों की वेतन विसंगतियों को सुलझाने की मांग की। संविदा कर्मचारियों को नियमित करने के साथ ही मंत्रालयिक कर्मचारियों का अलग निदेशालय बनाने की मांग भी की गई। प्रदेशाध्यक्ष महेन्द्र सिंह ने कहा कि कर्मचारियों की मांगों को लेकर मंत्री मंडलीय उप समिति रिपोर्ट तैयार कर सरकार को देगी।

उन्होंने भरोसा जताते हुए कहा कि फैसला कर्मचारियों के पक्ष में ही होगा। सहकारिता मंत्री अजय सिंह किलक, संसदीय सचिव डॉ. विश्वनाथ और वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष अबुबकर नकवी ने सरकार को कर्मचारियों की हित चिंतक बताया। महासंघ के प्रदेश महामंत्री संतोष विजय, संरक्षक शंकर पुरोहित, मनजीत कौर, आनंद पणिया, विजय सिंह, कमल अनुरागी, मनीष देवाश्री आदि ने विचार व्यक्त किए। संचालन जिलाध्यक्ष भंवर पुरोहित ने किया।
संभागीय सम्मेलन में कर्मचारी नेताओं ने चिकित्सा मंत्री राजेन्द्र राठौड़ को अपना 25 सूत्रीय मांग पत्र सौंपा। जिसमें वेतन भत्ते, नियमितीकरण, आर्थिक शोषण से मुक्ति, वन विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग, नर्सेज, लैब टेक्नीशियन, आईजीएनपी, फार्मासिस्ट, पीएचईडी सहित विभिन्न विभागों से जुड़ी विसंगतियों और समस्याओं का विवरण दिया गया है। जिलाध्यक्ष भंवर पुरोहित ने बताया कि खास तौर पर संविदा पर काम करे कर्मचारियों को नियमित करने की मांग पर जोर दिया गया है। इंजीनियरिंग कॉलेज से जुड़े मुद्दे की जानकारी भी राठौड़ को दी गई है।
 

सातवें वेतन आयोग की रिपोर्ट 30 जून तक सौंप देंगे

सातवें वेतन आयोग की रिपोर्ट 30 जून तक सौंप देंगे - live hindustan May 1, 2016

केंद्रीय कैबिनेट सचिव पीके सिन्हा ने कहा है कि वह 30 जून तक सातवें वेतन आयोग की रिपोर्ट केंद्र सरकार को सौंप देंगे। इसके बाद इसे कैबिनेट में मंजूरी के लिए रखा जाएगा।

सिन्हा ने यह बात 'इंडियन पब्लिक इम्पलाइज फेडरेशन' के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीपी मिश्रा और महामंत्री प्रेम चंद्र के नेतृत्व में दिल्ली जाकर मिले एक प्रतिनिधिमंडल से वार्ता में कही। वीपी मिश्रा के मुताबिक, कैबिनेट सचिव पीके सिन्हा ने कहा है कि मई में ही सातवें वेतन आयोग की रिपोर्ट वे केंद्र सरकार को सौंप देते, लेकिन संसद सत्र चलने के कारण ऐसा नहीं कर पाए।
खास बात यह है कि कैबिनेट सचिव की अध्यक्षता में केंद्र सरकार ने एक कमेटी गठित की है। इस कमेटी की जिम्मेदारी सातवें वेतन आयोग की सिफारिशों की कमियों को दूर करके सरकार को रिपोर्ट सौंपना है। यह रिपोर्ट अभी तक नहीं सौंपी जा सकी है। इस रिपोर्ट में हो रही देरी को लेकर प्रतिनिधिमंडल ने उनसे मुलाकात की थी।

दिल्ली से लौटकर फेडरेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष मिश्र ने लखनऊ में बताया कि फेडरेशन की मांग पर सातवें वेतन आयोग की सिफारिशों में कई कमियों को सुधारकर रिपोर्ट देने का आश्वासन दिया है। जैसे न्यूनतम वेतन की सीमा बढ़ाई जा सकती है। नियमित पदों पर आउटसोर्सिंग के बजाए नियमित भर्ती का रास्ता खोला जा सकता है। पुरानी पेंशन के स्थान पर लागू की गई नई पेंशन योजना को कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन से ज्यादा सुविधाजनक बनाने की बात है।

Monday 18 April 2016

नयी पेंशन योजना व पुरानी पेंशन योजना में अन्तर

हमारे बहुत से साथी नयी पेंशन योजना व पुरानी पेंशन योजना में अन्तर नहीं जानते आज मैं आप को इसका अन्तर स्पष्ट करने की कोशिश करूगाँ -
तो आइए देखते हैं दोनो में अन्तर -
1-पुरानी पेंशन पाने वालों के लिए जी0 पी0 एफ0 सुविधा उपलब्ध है जबकि नयी पेंशन योजना में जी0 पी 0एफ0 नहीं है ।
2-पुरानी पेंशन के लिए वेतन से कोई कटौती नहीं होती है जबकि नयी पेंशन योजना में वेतन से प्रति माह 10%की कटौती निर्धारित है ।
3-पुरानी पेंशन योजना में रिटायरमेन्ट के समय एक निश्चित पेंशन( अन्तिम वेतन का 50%) की गारेण्टी है जबकि नयी पेंशन योजना में पेंशन कितनी मिलेगी यह निश्चित नहीं है यह पूरी तरह शेयर मार्केट व बीमा कम्पनी पर निर्भर है ।
4-पुरानी पेंशन सरकार देती है जबकि नयी पेंशन बीमा कम्पनी देगी । यदि कोई समस्या आती है तो हमे सरकार से नहीं बल्कि बीमा कम्पनी से लडना पडेगा ।
5-पुरानी पेंशन पाने वालों के लिए रिटायरमेंट पर ग्रेच्युटी( अन्तिम वेतन के अनुसार 16.5माह का वेतन) मिलता है जबकि नयी पेंशन वालों के लिये ग्रेच्युटी की कोई व्यवस्था नहीं है ।
6-पुरानी पेंशन वालों को सेवाकाल में मृत्यु पर डेथ ग्रेच्युटी मिलती है जो 7पे कमीशन ने 10लाख से बढाकर 20लाख कर दिया है जबकि नयी पेंशन वालों के लिए डेथ ग्रेच्युटी की सुविधा समाप्त कर दी गयी है ।
7-पुरानी पेंशन में आने वाले लोंगों को सेवाकाल में मृत्यु होने पर उनके परिवार को पारिवारिक पेंशन मिलती है जबकि नयी पेंशन योजना में पारिवारिक पेंशन को समाप्त कर दिया गया है ।
8-पुरानी पेंशन पाने वालों को हर छ: माह बाद महँगाई तथा वेतन आयोगों का लाभ भी मिलता है जबकि नयीपेंशन में फिक्स पेंशन मिलेगी महँगाई या वेतन आयोग का लाभ नहीं मिलेगा यह हमारे समझ से सबसे बडी हानि है ।
9-पुरानी पेंशन योजना वालों के लिए जी0 पी0 एफ0 से आसानी से लोन लेने की सुविधा है जबकि नयी पेंशन योजना में लोन की कोई सुविधा नही है( विशेष परिस्थिति में कठिन प्रक्रिया है केवल तीन बार वह भी रिफण्डेबल) ।
11-पुरानी पेंशन योजना में जी0 पी0 एफ0 निकासी( रिटायरमेंट के समय) पर कोई आयकर नहीं देना पडता है जबकि नयी पेंशन योजना में जब रिटायरमेंट पर जो जो अंशदान का 60%वापस मिलेगा उसपर आयकर लगेगा
12-जी 0पी0एफ0पर ब्याज दर निश्चित है जबकि एन0 पी0 एस0 पूरी तरह शेयर पर आधारित है ।

Thursday 31 March 2016

Story of April fool- why it is celebrated

अप्रैल फूल" किसी को कहने से पहले
इसकी
वास्तविक सत्यता जरुर जान ले.!!
पावन महीने की शुरुआत को मूर्खता दिवस
कह रहे
हो !!
पता भी है क्यों कहते है अप्रैल फूल (अप्रैल फुल
का
अर्थ है - हिन्दुओ का मूर्खता दिवस).??
ये नाम अंग्रेज ईसाईयों की देन है…
मुर्ख हिन्दू कैसे समझें "अप्रैल फूल" का मतलब बड़े
दिनों से बिना सोचे समझे चल रहा है अप्रैल फूल,
अप्रैल फूल ???
इसका मतलब क्या है.?? दरअसल जब ईसाइयत अंग्रेजो
द्वारा हमे 1 जनवरी का नववर्ष थोपा गया तो उस
समय लोग विक्रमी संवत के अनुसार 1 अप्रैल से
अपना
नया साल बनाते थे, जो आज भी सच्चे हिन्दुओ
द्वारा मनाया जाता है, आज भी हमारे बही
खाते
और बैंक 31 मार्च को बंद होते है और 1 अप्रैल से शुरू
होते है, पर उस समय जब भारत गुलाम था तो ईसाइयत
ने विक्रमी संवत का नाश करने के लिए साजिश करते
हुए 1 अप्रैल को मूर्खता दिवस "अप्रैल फूल" का नाम
दे दिया ताकि हमारी सभ्यता मूर्खता लगे अब आप
ही सोचो अप्रैल फूल कहने वाले कितने
सही हो
आप.?
यादरखो अप्रैल माह से जुड़े हुए इतिहासिक दिन और
त्यौहार
1. हिन्दुओं का पावन महिना इस दिन से शुरू होता है
(शुक्ल प्रतिपदा)
2. हिन्दुओ के रीति -रिवाज़ सब इस दिन के कलेण्डर
के अनुसार बनाये जाते है।

6. आज का दिन दुनिया को दिशा देने वाला है।
अंग्रेज ईसाई, हिन्दुओ के विरुध थे इसलिए हिन्दू के
त्योहारों को मूर्खता का दिन कहते थे और आप
हिन्दू भी बहुत शान से कह रहे हो.!!
गुलाम मानसिकता का सुबूत ना दो अप्रैल फूल लिख
के.!!
अप्रैल फूल सिर्फ भारतीय सनातन कलेण्डर, जिसको
पूरा विश्व फॉलो करता था उसको भुलाने और
मजाक उड़ाने के लिए बनाया गया था। 1582 में पोप
ग्रेगोरी ने नया कलेण्डर अपनाने का फरमान
जारी
कर दिया जिसमें 1 जनवरी को नया साल का प्रथम
दिन बनाया गया।
जिन लोगो ने इसको मानने से इंकार किया, उनको 1
अप्रैल को मजाक उड़ाना शुरू कर दिया और धीरे-
धीरे
1 अप्रैल नया साल का नया दिन होने के बजाय मूर्ख
दिवस बन गया।

Monday 7 March 2016

Welcome cup Tea...

I have read this msg many times but whenever I get it again, I feel like sharing it again..

Welcome cup Tea... very touching...

A group of 15 solders led by a Major were on their way to the post in Himalayans where they would be deployed for the next 3 months. The batch who would  be relieved waiting anxiously.

It was cold winter & intermittent snowfall made the treacherous climb more difficult.

If someone could offer a cup of tea. . the major thought, knowing it was a futile wish..

They continued for an hour before they came across a dilapidated structure, which looked like a tea shop but locked. It was late in the night.

"No tea boys, bad luck", said the major. But he suggested all take some rest there as they have been walking for 3 hours.
"Sir, this is a tea shop and we can make tea... We will have to break the lock", suggested one solder.

The officer was in great dilemma to the unethical suggestion but the thought of a steaming cup of tea for the tired solders made him to give the permission.

They were in luck, the place had everything needed to make tea and also packets of biscuits.
The solders had tea & biscuits and  were ready for the remaining journey.

The major thought, they had broken open lock and had tea & biscuits without the permission of the owner. But they're not a band of thieves but disciplined soldiers.
He took out a Rs 1000/- note from his wallet, placed it on the  counter, pressed under sugar container, so that the owner can see.

The officer was now relieved of his guilt. He ordered to put the shutter down and proceed.

Three months passed, they continued to  do gallantly in their works and were lucky not to loose anyone from the group in the intense insurgency situation.
It was time for another team to replace them.

Soon they were on their way back and stopped at the same tea shop which was open and owner was present in the shop.
The owner an old man will meager resources was very happy to greet 15 customers.

All of them had tea and biscuits. They talked to the old man about his life and  experience specially selling tea at such a remote place.

The old man had many stories to tell, replete with his faith in God.
"Oh, Baba, if God is there, why should He keep you in such poverty?", commented one of them.

"Do not say  like that Sahib! God actually is there, I got a proof 3 months ago."
"I was going through very tough times because my only son had been severely beaten by terrorist who wanted some information from him which he did not have. I had closed my shop to take my son to hospital. Some medicines were to be purchased and I had no money. No one would give
me loan for fear of the terrorists. There was no hope, Sahib".

"And that day Sahib, I prayed to God for help. And Sahib, God walked into my shop that day."
"When I returned to my shop, I found lock broken, I felt I was finished, I lost whatever little I had. But then I saw that God had left Rs 1000/ under the sugar pot. I can't tell you Sahib what that money was worth that day. God exists Sahib. He does."

The faith in his eyes were unflinching.
Fifteen pairs of eyes met the eyes of the officer and read the order in his eyes clear and unambiguous, "Keep quiet".

The officer got up and paid the bill. He hugged the old man and said, "Yes Baba, I know God does exist. And yes, the tea was wonderful."

The the 15 pairs of eyes did not miss to notice the moisture building up in the eyes of their officer, a rare sight.

The truth is u can be God to anyone.

(shared by a soldier)

Tuesday 23 February 2016

3 1/2 minutes risk

Pls note this as very important for all shared by a  doctor. - for those who get up at night from sleep to urinate or early morning : Each individual must take note of the 3 x 1/2 minutes. Why is it important? 3 x 1/2 minutes  will greatly reduce the number of sudden deaths. Often this occurs, a person who still look healthy, has died in the night. Often we hear stories of people, yesterday I was chatting with him, why did he suddenly die? The reason is that when you wake up at night to go to the bathroom is often done in a rush. Immediately we stand, the brain lacks blood flow. Why "3 x 1/2 minute" very important?   In the middle of the night when you are awakened by the urge to urinate for example, ECG pattern can change. Because getting up suddenly, the brain will be anaemic and causes heart failure due to lack of blood. Advised to practice "3 1/2 minutes," which are:
1. When waking from sleep, lie in bed for the 1st 1/2 minute;
2. Sit in bed for the next 1/2 minute;
3. Lower your legs, sitting on the edge of the bed for the last half-minute. After 3 x 1/2 minutes, you will not have  anaemic brain and heart will not fail, reducing the possibility of a fall and sudden death.
Share with family, friends & loved ones. It can occur regardless of age; young or old.
Sharing is Caring. If you already know, regard this as refresher."

Friday 19 February 2016

General rules for employees


ज्वाइन से एक साल तक जैसे - 10 दिसम्बर 2015 को किया तो 9 दिसम्बर 2016 तक 12 CL मिलेगी
इसका कोई नियम लेखविज्ञ में हो तो बताइये

जब स्थाईकरण फॉर्म भरा जाता हे 2 वर्ष की समाप्ति पर तो उसमे CL की गणना वर्ष के अनुसार ही होती हे
प्रथम वर्ष की CL
द्वितीय वर्ष की CL
न की जुलाई से जून

बहुत से अध्यापक जानकारी के अभाव में परिवीक्षा काल की CL की गणना भी जुलाई से जून कर लेते हे
फिर जब स्थाईकरण फॉर्म के समय समस्या आती हे
क्योकि मेरे कुछ साथियो ने भी ऐसा किया था बाद में DEO ने उनके फॉर्म पर नोट लगा के वापस लोटा दिए की CL की गणना नियुक्ति तिथि से करो न की जुलाई से जून
फिर जब उन्होंने नियुक्ति तिथि से गणना की तो किसी के 15 CL किसी 14 CL हो गयी
उन अध्यापको को 12 CL से ज्यादा होने वाले दिनों का वेतन चालान से वापस जमा करवाना पडा था
इसलिए सुझाव हे की परिवीक्षा कॉल में CL की गणना नियुक्ति तिथि से ही करे
ताकि आगे आपको परेशानी न हो

             CL क्या है
          

CL = आकस्मिक अवकाश

CL - कार्मिक का अधिकारी नहीं हे। संस्था प्रधान की स्वीकृति से ही ले सकते हे विशेष परिस्थिति (बीमारी, अस्पताल, अंत्येष्टि) को छोड़ कर ।

CL - अस्थाई कार्मिक को एक वर्ष में 12
CL - स्थाई कार्मिक को एक वर्ष में 15
एक साथ में 10 CL से ज्यादा नहीं ले सकते और अगर 3 दिन आप विद्यालय जाने में 1 घण्टे से कम समय  लेट हो जाते हे तो 1 CL और 1 घण्टे के बाद आधी CL कटेगी।
अगर कार्मिक बिना सुचना विद्यालय में नहीं आता हे तो संस्था प्रधान उसके कॉलम में ? मार्क लगाएगा ।
जब कार्मिक विद्यालय में उपस्थित होगा तब कारन बताओ नोटिस जारी होगा फिर कार्मिक संस्था प्रधान को कारण बताएगा ।
संस्था प्रधान को लगे तो वो उसकी CL स्वीकृत करे नहीं तो PL या HPL की भी स्वीकृति लेनी होगी ।

प्रोबेशन में CL के नियम का 12 CL की गणना कब से कब होगी

परिवीक्षा काल में नियुक्ति तिथि से गणना की जाती हे
परिविक्षा काल में CL की गणना नियुक्ति तिथि  से की जाती
CL वर्ष में 12 मिलती हे और आप कभी भी ले सकते हो
बस एक साथ 10 से ज्यादा नहीं इसको लेकर काफी भ्रान्ति हे की 1 महीने की एक मिलती हे ये गलत हे वर्ष की 12 मिलती है

परिवीक्षा काल में कितनी छुटियाँ मिलती है

परीवीक्षा काल आगे नही बढाना है तो 30 दिन ही अवैतनिक रहे !!!
90 दिन तक नियुक्त अधिकारी उससे ज्यादा का एडमिनिस्ट्रेशन और उससे अधिक वित्त विभाग स्वीकृति देगा
नोट= सभी स्थिति में (केवल 30 दिवस को छोड़कर) परीवीक्षा काल आगे बढेगा।

पहले 22/5/09 के अनुसार 90 दिन से अधिक पर  प्रोबेशनर ट्रेनी में कार्यकाल बढा सकते है जो अधिकतम एक साल होगी।
प्रोबेशनर ट्रेनी 11/6/14 के बाद 30  दिवस तक ही अवैतनिक रह सकते हैं ।ये नये आदेश है पहले 90 दिन तक के लिए मान्य था ।
अतः अब 30 दिन ही मान्य है ।।

आकस्मिक अवकाश के नियम :
⏩⏩⏩⏩⏩
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1⃣
CS Pb No. 4376-G-II-59/27671 दिनांक 28 मई 1959 के अनुसार एक वर्ष में कर्मचारियों को आकस्मिक अवकाश इस प्रकार देय होगा
10 वर्ष या 10 वर्ष से कम सेवा वाले कर्मचारिओं के लिए – 10 दिन
10 वर्ष से अधिक लेकिन 20 वर्ष या 20 वर्ष से कम सेवा वाले कर्मचारिओं के लिए – 15 दिन
20 वर्ष से अधिक सेवा वाले कर्मचारिओं के लिए – 20 दिन
अन्य समाधान :
यदि एक कर्मचारी अपनी 10 वर्ष या 20 वर्ष की सेवा वर्ष के बीच मेँ पूरी करता है तो उनकी Casual Leave किस प्रकार Calculate करेंगे ?
आकस्मिक अवकाश की अवधि कितनी हो सकती है व बीच में आने वाली अन्य अवकाश की किस प्रकार गणना की जाती है ?
Casual Leave लेकर कितने दिन तक Absent from Duty रहा जा सकता है ?
इन सभी प्रश्नों का उत्तर जानने के लिए व आकस्मिक अवकाश के बारे में अन्य महत्वपूर्ण जानकारी के लिए निम्न Letter डाऊनलोड कर सकते हैं -
CS Pb No. 4376-G-II-59/27671
2⃣
सभी महिला कर्मचारियों की सेवा वर्ष की संख्या की परवाह किए बगैर वे हर साल 20 दिनों के आकस्मिक अवकाश की हकदार होंगी।
अधिक जानकारी के लिए निम्न पत्र डाउनलोड कर सकते है –
F.D. HR. No. 11/16/89-1Fr-II
3⃣
नए भर्ती हुए कर्मचारी को आकस्मिक अवकाश के नियम :
30 जून या 30 जून से पहले सेवा में आने पर – 10 दिन
30 जून के बाद व 30 सितम्बर से पहले सेवा में आने पर – 5 दिन
30 सितंबर के बाद सेवा में आने पर – 2 दिन
4⃣
देर से उपस्थिति के लिए दंड प्रक्रिया के बारे में
letter No. 8644-GSII-765/35042, dated 22nd October, 1965 के अनुसार यदि कोई कर्मचारी 3 दिन देर से उपस्थित होता है तो कर्मचारी के खाते से 1 आकस्मिक अवकाश काटा जा सकता है।
अधिक जानकारी के लिए निम्न पत्र डाउनलोड कर सकते है –
8644-GSII-765/35042
5⃣
छोटी छुट्टी के लेखांकन के लिए प्रक्रिया
(1) दो घंटे या उससे कम की अल्पावधि छुट्टी एक तिहाई दिन के आकस्मिक अवकाश के रूप में माना जाना चाहिए.
(2) दो घंटे से अधिक व साढ़े तीन घंटे तक के लिए लघु छुट्टी आधे दिन का आकस्मिक अवकाश के रूप में माना जाना चाहिए,
(3) इसे साढ़े तीन से अधिक है, तो और पूरे दिन के आकस्मिक अवकाश के रूप में माना जाए
(4) लघु छुट्टी का खाता शाखा / कार्यालय में बनाए आकस्मिक छुट्टी खाते में समायोजित किया जाना चाहिए.
letter No. 4295-4GS (1l)-65/27841
6⃣
यदि स्थानांतरण या प्रमोशन या अन्य किसी कारण से दूसरे स्थान पर उसी पद पर या नए पद पर duty join करनी पड़ती है और उसके कारण किसी कर्मचारी को अपना आवास बदलना पड़ता है तो joining time में preparatory leave के रूप में 6 कार्यदिवस ( इसमें केवल रविवार तथा Vacation को छोड़ा जाता है। अन्य किसी छूटी को नही ) तथा Journey के लिए 150 किलोमीटर या उसके भाग हेतू एक दिन या वास्तविक समय जो अधिक लगता है, मिलेगा । 8 किलोमीटर की दूरी के अंदर यह सुविधा उपलब्ध नहीं है । यह लूविधा CSR Part I, Chapter 9 के अंतर्गत उपलब्ध है ।
7⃣
(F.D. Hr. No. 5/1/3 PR(FD)-80 दिनांक 16.3.82 के अनुसार यदि स्थानांतरण के समय किसी कर्मचारी का जनहित मे Joining Time (6 कार्यदिवस) नही दिया जाता वह उसके बदले उसी सत्र में विशेष आकस्मिक अवकाश लेले का अधिकारी है।
8⃣
CS Hr. No. 8488-2GS-II-72/4165 दिनांक 13.2.73 के अनुसार कर्मचारियों को नसबंदी आपरेशन के लिए 6 दिन का आकस्मिक अवकाश मिलता है। महिला कर्मियों को Non Pueppral Sterlization के लिए 14 दिन का तथा IUCD Insertions के लिए एक दिन का आकस्मिक अवकाश मिलता है ।
9⃣
CS Hr. No. 28/6/78-GS-II Dated 16.3.78 के अनुसार नसबंदी आपरेशन फ़ेल हो जाने पर पुनः नसजोड़ आपरेशन करवाने के लिए पुरुष कर्मियों को 14 दिन का तथा महिला कर्मियों को 21 दिन का आकस्मिक अवकाश मिलता है ।
1⃣0⃣
CS. Pb. No. 3446-8-GS-62/9556 दिनांक 26.3.62 के अनुसार मान्यता प्राप्त संगठनो के चुने हुए प्रतिनिधियों को बैठकों व सम्मेलनों मे भाग लेने के लिए वर्ष में दस विशेष आकस्मिक अवकाश मिलते है। जिनमे से आधे कर्मचारी के खाते से कम हो जाते है।
1⃣1⃣
CS. Hr. No. 27/38/78/-2GS-II दिनांक 24.10.90 के अनुसार राष्ट्रीय या अंतर्राष्ट्रीय खेलों में भाग लेने, इससे संबधित यात्रा अथवा पूर्व प्रशिक्षण अवधि को आन ड्यूटी माना जाता है । उपरोक्त पत्र के अनुसार दिये गए अन्य कुछ मान्यता प्राप्त कोचिंग कैंप, पर्वतारोहण, तथा ट्रेकिंग में भाग लेने हेतु एक वर्ष में अधिकतम 30 दिन तक का आकस्मिक अवकाश प्राप्त होता है
1⃣2⃣
CS. Hr. No. 28/22/78 Dated 9.8.79 के अनुसार रक्तदान करने वाले दिन सहित 2 दिन का विशेष आकस्मिक अवकाश मिलता है ।