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Tuesday, 14 October 2014
Monday, 13 October 2014
Diwali bonus to be announced shortly
राजस्थान के लाखों कर्मचारियों जल्द
मिलेगा दिवाली तोहफा!
शिक्षा संवाददाता
Subhash Choudhary सुभाष चौधरी
Mon, 13 Oct 2014 13:18:00 |
जयपुर। राज्य सरकार का वित्त विभाग
दीपावली पर राजस्थान के 4 लाख से
अधिक कर्मचारियों को बोनस देने
की तैयारी में जुट गया है।
वित्त विभाग ने बोनस देने
संबंधी पत्रावली को मुख्यमंत्री
वसुंधरा राजे के पास भेज दिया है।
कर्मचारियों के बोनस पर लगभग 200 करोड़
रूपए
का खर्चा आने की संभावना है।
मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंगापुर यात्रा से लौटने
के
बाद पत्रावली पर
स्वीकृति देंगी।
राजस्थान में चार लाख कर्मचारियों के साथ
पंचायती राज संस्थाओं, बोर्ड और निगमों में लगे
कर्मचारियों को बोनस दिया जाएगा।
Friday, 10 October 2014
How To Live & Die - Khushwant Singh
How To Live & Die
- Khushwant Singh
⛄⛄⛄⛄⛄⛄⛄⛄⛄
I’ve often thought about what it is that makes people happy—what one has to do in order to achieve happiness.
1- First and foremost is good health. If you do not enjoy good health, you can never be happy. Any ailment, however trivial, will deduct something from your happiness.
2- Second, a healthy bank balance. It need not run into crores, but it should be enough to provide for comforts, and there should be something to spare for recreation—eating out, going to the movies, travel and holidays in the hills or by the sea. Shortage of money can be demoralising. Living on credit or borrowing is demeaning and lowers one in one’s own eyes.
3- Third, your own home. Rented places can never give you the comfort or security of a home that is yours for keeps. If it has garden space, all the better. Plant your own trees and flowers, see them grow and blossom, and cultivate a sense of kinship with them.
4- Fourth, an understanding companion, be it your spouse or a friend. If you have too many misunderstandings, it robs you of your peace of mind. It is better to be divorced than to be quarrelling all the time.
5- Fifth, stop envying those who have done better than you in life—risen higher, made more money, or earned more fame. Envy can be corroding; avoid comparing yourself with others.
6- Sixth, do not allow people to descend on you for gup-shup. By the time you get rid of them, you will feel exhausted and poisoned by their gossip-mongering.
7- Seventh, cultivate a hobby or two that will fulfill you—gardening, reading, writing, painting, playing or listening to music. Going to clubs or parties to get free drinks, or to meet celebrities, is a criminal waste of time. It’s important to concentrate on something that keeps you occupied meaningfully.
8- Eighth, every morning and evening devote 15 minutes to introspection. In the mornings, 10 minutes should be spent in keeping the mind absolutely still, and five listing the things you have to do that day. In the evenings, five minutes should be set aside to keep the mind still and 10 to go over the tasks you had intended to do.
9- Ninth, don’t lose your temper. Try not to be short-tempered, or vengeful. Even when a friend has been rude, just move on.
10- Above all, when the time comes to go, one should go like a man without any regret or grievance against anyone.
New Pension Scheme (NPS) Circular & guidelines
Aug 21, 2014 @ 10:45:00 AM
एक अप्रैल 2005 के बाद नियुक्त सरकारी कर्मचारियों के
लिए शुरूकी गईअंशदायी पेंशन योजना के संबंध में
पहली बार वित्त विभागद्वारा गाइड
लाइनजारी की गई हैं। इसमें फंड मैनेजरों के पास
जमा राशि के भुगतानसंबंधी प्रक्रिया स्पष्ट की गई है।
वित्त विभाग द्वारा 6 अगस्तको जारी पत्र के मुताबिक
रिटायरमेंट पर अध्यापकों अंशदान देनेवाले अन्य
कर्मचारियों को कुल
जमा राशि का 60फीसदी एकमुश्त भुगतान कर
दिया जाएगा। शेष 40फीसदी का भुगतान मासिक पेंशन
के रूप में किया जाएगा।
वहीं अगर कोई कर्मचारी या अध्यापक रिटायरमेंट के
पहलेही नौकरी छोड़ता है
तो उसकी 80फीसदी राशि की एन्युटी खरीदी जाएगी।
एवं 20 फीसदी का एकमुश्त भुगतान होगा। अगर
सेवा काल केदौरान किसी कर्मचारी की मृत्यु
हो जाती है तो उसकेनॉमिनी या वैध
उत्तराधिकारी को एकमुश्तराशि का भुगतान
किया जाएगा।
अंशदायी पेंशन योजना में
10फीसदी राशि अध्यापकया कर्मचारी के वेतन से ,
इतनी ही राज्य सरकारद्वारा जमा कराई जाएगी।
अध्यापकों के को मैनेज करनेका काम7 वित्तीय संस्थाएं
करेंगी। इनमें से किसी एक
का चयन अध्यापक या अन्य कर्मचारी खुद कर सके !
Thursday, 9 October 2014
चीन को सबक सिखाने का बेहतरीन तरीका
दुनिया में सबसे बड़ी फ़ौज सोवियत संघ के पास
थी ,जिसका खर्चा वह भारत जैसे देशो को मनमाने दाम पर हथियार
बेच कर उठाता था ,परन्तु जब अमेरिका और फ़्रांस उससे बहुत कम
कीमत में उनसे अच्छा हथियार बेचने लगे तो सोवियत का बाजार टूट
गया और ९० के दसक आते आते वह अपने सेना का खर्च उठाने में
असमर्थ हो गया परिणाम स्वरुप उसे अपने आधीन
राष्ट्रों को आजादी देनी पड़ी इस प्रकार सोवियत संघ का पतन
हो गया .चीन के पास भी बहुत बड़ी सेना है, और उसे भी अपने
सैनिको का खर्च उठाने के लिए अपना सामान अन्य देशो के बाजार
में भेजना पड़ रहा है और यहाँ तक उसे अपने कैदियों के
अंगो को भी बेच कर पैसा कमाना पड़ रहा है .लगभग रोज चीन
भारतीय सीमा में घुस आता है, परन्तु वह बियात्नाम युद्ध के बाद
इस स्थिति में नहीं है की कोई बड़ी लड़ाई लड़ सके, यदि चीन
को बिना एक गोलीचलाये सबक सिखाना है तो सबसे
अच्छा तरीका यही है की हर भारतीय
चीनी सामानों का बहिस्कार करे, क्योकि दुनिया का सबसे
बड़ा बाजार भारत है ,कोई भी देश से यदि इतना बड़ा बाजार छीन
जाये तो उसका आधा पतन ऐसे ही हो जाएगा.मै हर भारतीय से
अनुरोध करता हु की वह चीनी सामान लेना बंद कर दे...!!
आप जितने भी ग्रुप में है शेयर जरुर करे
धन्यबाद
:
बॉर्डर पर जंग नही लड़ सकते पर इतना तो कर सकते हैं। —
एक फौजी की प्रार्थना पर ------- कोर्ट मार्शल
एक फौजी की प्रार्थना पर
-----------------------
कोर्ट मार्शल"
------------
आर्मी कोर्ट रूम में आज एक
केस अनोखा अड़ा था
छाती तान अफसरों के आगे
फौजी बलवान खड़ा था
बिन हुक्म बलवान तूने ये
कदम कैसे उठा लिया
किससे पूछ उस रात तू
दुश्मन की सीमा में जा लिया
बलवान बोला सर जी! ये बताओ
कि वो किस से पूछ के आये थे
सोये फौजियों के सिर काटने का
फरमान कोन से बाप से लाये थे
बलवान का जवाब में सवाल दागना
अफसरों को पसंद नही आया
और बीच वाले अफसर ने लिखने
के लिए जल्दी से पेन उठाया
एक बोला बलवान हमें ऊपर
जवाब देना है और तेरे काटे हुए
सिर का पूरा हिसाब देना है
तेरी इस करतूत ने हमारी नाक कटवा दी
अंतरास्ट्रीय बिरादरी में तूने थू थू करवा दी
बलवान खून का कड़वा घूंट पी के रह गया
आँख में आया आंसू भीतर को ही बह गया
बोला साहब जी! अगर कोई
आपकी माँ की इज्जत लूटता हो
आपकी बहन बेटी या पत्नी को
सरेआम मारता कूटता हो
तो आप पहले अपने बाप का
हुकमनामा लाओगे ?
या फिर अपने घर की लुटती
इज्जत खुद बचाओगे?
अफसर नीचे झाँकने लगा
एक ही जगह पर ताकने लगा
बलवान बोला साहब जी गाँव का
ग्वार हूँ बस इतना जानता हूँ
कौन कहाँ है देश का दुश्मन सरहद
पे खड़ा खड़ा पहचानता हूँ
सीधा सा आदमी हूँ साहब !
मै कोई आंधी नहीं हूँ
थप्पड़ खा गाल आगे कर दूँ
मै वो गांधी नहीं हूँ
अगर सरहद पे खड़े होकर गोली
न चलाने की मुनादी है
तो फिर साहब जी ! माफ़ करना
ये काहे की आजादी है
सुनों साहब जी ! सरहद पे
जब जब भी छिड़ी लडाई है
भारत माँ दुश्मन से नही आप
जैसों से हारती आई है
वोटों की राजनीति साहब जी
लोकतंत्र का मैल है
और भारतीय सेना इस राजनीति
की रखैल है
ये क्या हुकम देंगे हमें जो
खुद ही भिखारी हैं
किन्नर है सारे के सारे न कोई
नर है न नारी है
ज्यादा कुछ कहूँ तो साहब जी
दोनों हाथ जोड़ के माफ़ी है
दुश्मन का पेशाब निकालने को
तो हमारी आँख ही काफी है
और साहब जी एक बात बताओ
वर्तमान से थोडा सा पीछे जाओ
कारगिल में जब मैंने अपना पंजाब
वाला यार जसवंत खोया था
आप गवाह हो साहब जी उस वक्त
मै बिल्कुल भी नहीं रोया था
खुद उसके शरीर को उसके गाँव
जाकर मै उतार कर आया था
उसके दोनों बच्चों के सिर साहब जी
मै पुचकार कर आया था
पर उस दिन रोया मै जब उसकी
घरवाली होंसला छोड़ती दिखी
और लघु सचिवालय में वो चपरासी
के हाथ पांव जोड़ती दिखी
आग लग गयी साहब जी दिल
किया कि सबके छक्के छुड़ा दूँ
चपरासी और उस चरित्रहीन
अफसर को मै गोली से उड़ा दूँ
एक लाख की आस में भाभी
आज भी धक्के खाती है
दो मासूमो की चमड़ी धूप में
यूँही झुलसी जाती है
और साहब जी ! शहीद जोगिन्दर
को तो नहीं भूले होंगे आप
घर में जवान बहन थी जिसकी
और अँधा था जिसका बाप
अब बाप हर रोज लड़की को
कमरे में बंद करके आता है
और स्टेशन पर एक रूपये के
लिए जोर से चिल्लाता है
पता नही कितने जोगिन्दर जसवंत
यूँ अपनी जान गवांते हैं
और उनके परिजन मासूम बच्चे
यूँ दर दर की ठोकरें खाते हैं..
भरे गले से तीसरा अफसर बोला
बात को और ज्यादा न बढाओ
उस रात क्या- क्या हुआ था बस
यही अपनी सफाई में बताओ
भरी आँखों से हँसते हुए बलवान
बोलने लगा
उसका हर बोल सबके कलेजों
को छोलने लगा
साहब जी ! उस हमले की रात
हमने सन्देश भेजे लगातार सात
हर बार की तरह कोई जवाब नही आया
दो जवान मारे गए पर कोई हिसाब नही आया
चौंकी पे जमे जवान लगातार
गोलीबारी में मारे जा रहे थे
और हम दुश्मन से नहीं अपने
हेडक्वार्टर से हारे जा रहे थे
फिर दुश्मन के हाथ में कटार देख
मेरा सिर चकरा गया
गुरमेल का कटा हुआ सिर जब
दुश्मन के हाथ में आ गया
फेंक दिया ट्रांसमीटर मैंने और
कुछ भी सूझ नहीं आई थी
बिन आदेश के पहली मर्तबा सर !
मैंने बन्दूक उठाई थी
गुरमेल का सिर लिए दुश्मन
रेखा पार कर गया
पीछे पीछे मै भी अपने पांव
उसकी धरती पे धर गया
पर वापिस हार का मुँह देख के
न आया हूँ
वो एक काट कर ले गए थे
मै दो काटकर लाया हूँ
इस ब्यान का कोर्ट में न जाने
कैसा असर गया
पूरे ही कमरे में एक सन्नाटा
सा पसर गया
पूरे का पूरा माहौल बस एक ही
सवाल में खो रहा था
कि कोर्ट मार्शल फौजी का था
या पूरे देश का हो रहा था ?
Dosto, Ek Baar.. इसे इतना फैला दो की सारे नेता को कुछ शर्म आयेे की फौजियों का आत्मविश्वास न गिराए
friends प्यार की शेर शयरी बहुत शेयर किया हैं.... जरा इसे भी इतना शेयर कर दो की
जाग उठे आज के नेता और जवान की रूह देश के लिए।।
जय हिन्द जय भारत ""
रंग बदळ किरकांटया होग्या...........
रंग बदळ किरकांटया होग्या, नीत बदल मन मेला होग्या,
मिनखीचारो मरतो दीखे, पईसां लारे गेला होग्या।
घर सुं भाग गुरुजी बणग्या, चोर उचक्का चेला होग्या,
चंदो खार कार में घुमे, भगत मोकळा भेळा होग्या।
कम्प्यूटर को आयो जमानो, पढ़ लिख ढ़ोलीघोड़ा होग्या,
पढ़ी-लिखी लुगायां ल्याया काम करण रा फोड़ा होग्या।
जवानी में बूढ़ा होग्या सांस फूलगी घायल होग्या,
घर-घर गाड़ी-घोड़ा होग्या, जेब-जेब मोबाईल होग्या।
छोरयां तो हूंती आई पण आज पराया छोरा होग्या,
राल्यां तो उघड़बा लागी, न्यारा-न्यारा डोरा होग्या।
इतिहासां में गयो घूंघटो, पोडर पुतिया मूंडा होग्या,
झरोखां री जाल्यां टूटी, म्हेल पुराणां टूंढ़ा होग्या।
भारी-भारी बस्ता होग्या, टाबर टींगर हळका होग्या,
मोठ बाजरी ने कुछ पूछे, पतळा-पतळा फलका होग्या।
रूंख भाडकर ठूंठ लेयग्या जंगळ सब मैदान होयग्या,
नाडी नदियां री छाती पर बंगला आलीशान होयग्या।
मायड़भाषा ने भूल गया, अंगरेजी का दास होयग्या,
टांग कका की आवे कोनी ऐमे बी.ए. पास होयग्या।
सत संगत व्यापार होयग्यो, बिकाऊ भगवान होयग्या,
भगवा भेष ब्याज रो धंधो, धरम बेच धनवान होयग्या।
ओल्ड बोल्ड मां बाप होयग्या, सासु सुसरा चौखा होग्या,
सेवा रा सपनां देख्या पण आंख खुली तो धोखा होग्या।
बिना मूँछ रा मरद होयग्या, लुगायां रा राज होयग्या,
दूध बेचकर दारू ल्यावे, बरबादी रा साज होयग्या।
तीजे दिन तलाक होयग्यों, लाडो लाडी न्यारा होग्या,
कांकण डोरां खुलियां पेली परण्या बींद कंवारा होग्या।
बिना रूत रा बेंगण होग्या, सियाळा में आम्बा होग्या,
इंजेक्शन सूं गोळ टमाटर फूल-फूल कर लाम्बा होग्या।
कविता म्हारी फिरे कंवारी तुकबंदी का फेरा होग्या,
दिवलो करे उजास जगत में खुद रे तळे अंधेरा होग्या।
मन मरजी रा भाव होयग्या, पंसेरी रा पाव होयग्या,
महंगाई री मार तिवाड़ी, जीणां दोरा आज होयग्या।
Motor Vehicle new Act passed.
Motor Vehicle new Act passed.
Fine:
Two Wheeler -
Without helmet Rs. 500
Without PUC Rs. 500
Without insurance Rs. 10000
Without paper Rs. 500
and go to Vehicle court to release vehicle.
Without licence Rs.10000
and vehicle confiscate.
Three savari Rs. 1000
All papers should be carried while Driving.
Four Wheeler -
Without Belt Rs. 1000
Without PUC Rs. 1500
Without insurance Rs. 10000
Without paper Rs. 5000
and go to Vehicle court to release vehicle.
Without licence Rs.10000
and vehicle will be confiscated along with all papers.
Mobile while driving Rs. 5000.
Three time Memo, then Licence will be confiscated in both two and four wheelers.
Please inform in all groups.
Effected from tomorrow.
Wednesday, 8 October 2014
First aid for heart attacks
जरा सोचिये की शाम के
7:25 बजे है और आप घर जा रहे है
वो भी एकदम अकेले।
ऐसे में अचानक से आपके सीने में तेज
दर्द होता है जो
आपके हाथों से होता हुआ आपके
जबड़ो तक पहुँच
जाता है। आप अपने घर से
सबसे नजदीक अस्पताल
से 5 मील दूर है और
दुर्भाग्यवश आपको ये नहीं
समझ आरहा की आप वहां
तक पहुँच पाएंगे की नहीं।
आप सीपीआर में प्रशिक्षित
है मगर वहां भी आपको ये
नहीं सिखाया गया की इसको
खुद पर प्रयोग कैसे करे।
ऐसे में दिल के दौरे से बचने
के लिए ये उपाय आजमाए ;-
चूँकि ज्यादातर लोग दिल के
दौरे के वक्त अकेले होते है
बिना किसी की मदद के
उन्हें सांस लेने में तकलीफ
होती है । वे बेहोश होने लगते
ह और उनके पास सिर्फ 10 सेकण्ड्स
होते है । ऐसे हालत
में पीड़ित जोर जोर से खांस
कर खुद को सामान्य रख
सकता है। एक जोर की सांस
लेनी चाहिए हर खांसी से पहले
और खांसी इतनी तेज हो की
छाती से थूक निकले।
जब तक मदद न आये ये
प्रक्रिया दो सेकंड से दोहराई
जाए ताकि धड्कण सामान्य
हो जाए ।
जोर की साँसे फेफड़ो में
ऑक्सीजन पैदा करती है
और जोर की खांसी की वजह
से दिल सिकुड़ता है जिस से
रक्त सञ्चालन नियमित रूप से
चलता है ।।।।।
जहाँ तक ही सके इस सन्देश को हरेक
तक पहुंचाए । एक ह्रदय के डॉक्टर
ने तो यहाँ तक कहाँ
की अगर हर व्यक्ति यह सन्देश
10 लोगो को भेजे तो एक जान
बचायी जा सकती है।
आप सबसे निवेदन है की
चुटकले भेजने की बजाय यह
सन्देश सबको भेजे ताकि लोगो
की जान बच सके ।
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Follow your heart. Follow these lines.
✅ अमीर मीलों चलता है..... खाना पचाने के लिए......।
✅ किसी के पास खाने के लिए..... एक वक्त की रोटी नहीं है.....
✅ किसी के पास खाने के लिए..... वक्त नहीं है.....।
✅ कोई लाचार है.... इसलिए बीमार है....।
✅ कोई बीमार है.... इसलिए लाचार है....।
✅ कोई अपनों के लिए.... रोटी छोड़ देता है...।
✅ कोई रोटी के लिए..... अपनों को छोड़ देते है....।
✅ ये दुनिया भी कितनी निराळी है। कभी वक्त मिले तो सोचना....
✅ कभी छोटी सी चोट लगने पर रोते थे.... आज दिल टूट जाने पर भी संभल जाते है।
✅ पहले हम दोस्तों के साथ रहते थे... आज दोस्तों की यादों में रहते है...।
✅ पहले लड़ना मनाना रोज का काम था.... आज एक बार लड़ते है, तो रिश्ते खो जाते है।
✅ सच में जिन्दगी ने बहुत कुछ सीखा दिया, जाने कब हमकों इतना बड़ा बना दिया।
जिंदगी बहुत कम है, प्यार से जियो
रोज सिर्फ इतना करो -
🔺"RINGTONE" कितना प्यारा बजता है!
Plz Share to Everyone.
पुरी में जगन्नाथ मंदिर के 8 अजूब
पुरी में जगन्नाथ मंदिर के 8 अजूबे इस प्रकार है।
1.मन्दिर के ऊपर झंडा हमेशा हवा के विपरीत दिशा में लहराते हुए।
2.पुरी में किसी भी जगह से आप मन्दिर के ऊपर लगे सुदर्शन चक्र को देखेगे तो वह आपको सामने ही लगा दिखेगा।
3.सामान्य दिन के समय हवा समुद्र से जमीन की तरफ आती है, और शाम के दौरान इसके विपरीत, लेकिन पूरी में इसका उल्टा होता है.
4.पक्षी या विमानों मंदिर के ऊपर उड़ते हुए नहीं पायेगें।
5.मुख्य गुंबद की छाया दिन के किसी भी समय अदृश्य है.
6.मंदिर के अंदर पकाने के लिए भोजन की मात्रा पूरे वर्ष के लिए रहती है। प्रसाद की एक भी मात्रा कभी भी यह व्यर्थ नहीं जाएगी, चाहे कुछ हजार लोगों से 20 लाख लोगों को खिला सकते हैं.
7. मंदिर में रसोई (प्रसाद)पकाने के लिए 7 बर्तन एक दूसरे पर रखा जाता है और लकड़ी पर पकाया जाता है. इस प्रक्रिया में शीर्ष बर्तन में सामग्री पहले पकती है फिर क्रमश: नीचे की तरफ एक के बाद एक पकते जाती है।
8.मन्दिर के सिंहद्वार में पहला कदम प्रवेश करने पर (मंदिर के अंदर से) आप सागर द्वारा निर्मित किसी भी ध्वनि नहीं सुन सकते. आप (मंदिर के बाहर से) एक ही कदम को पार करें जब आप इसे सुन सकते हैं. इसे शाम को स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है।
साथ में यह भी जाने:-
मन्दिर का रसोई घर दुनिया का सबसे बड़ा रसोइ घर है।
प्रति दिन सांयकाल मन्दिर के ऊपर लगी ध्वजा को मानव द्वारा उल्टा चढ़ कर बदला जाता है।
मन्दिर का क्षेत्रफल चार लाख वर्ग फिट में है।
मन्दिर की ऊंचाई 214 फिट है।
विशाल रसोई घर में भगवान जगन्नाथ को चढ़ाने वाले महाप्रसाद को बनाने 500 रसोईये एवं 300 उनके सहयोगी काम करते है।
" जय जगन्नाथ
जय जय जगन्नाथ "
एक बात बोलू इंकार मत करना आपको आप जिसे चाहते हे उनकी कसम हे। शिव जी 5 नाम
1"शिव शंकर"
2"भोले नाथ"
3"नील कंठ"
4"महारुद्र"
5"मृत्युंजय"
10 लोगो को सेंड करों ।आज आपको गुड न्यूज़ मिलेगी,अगर पढ़कर अंजन बने रहे तो शानिवार तक कुछ ऐसा होगा जो कभी सोचा भी नहीं ।
विज्ञान चालीसा
विज्ञान चालीसा"
जय न्यूटन विज्ञान के आगर,
गति खोजत ते भरि गये सागर ।
ग्राहम् बेल फोन के दाता,
जनसंचार के भाग्य विधाता ।
बल्ब प्रकाश खोज करि लीन्हा,
मित्र एडीशन परम प्रवीना ।
बायल और चाल्स ने जाना,
ताप दाब सम्बन्ध पुराना ।
नाभिक खोजि परम गतिशीला,
रदरफोर्ड हैं अतिगुणशीला ।
खोज करत जब थके टामसन,
तबहिं भये इलेक्ट्रान के दर्शन ।
जबहिं देखि न्यट्रोन को पाए,
जेम्स चैडविक अति हरषाये ।
भेद रेडियम करत बखाना,
मैडम क्यूरी परम सुजाना ।
बने कार्बनिक दैव शक्ति से,
बर्जीलियस के शुद्ध कथन से ।
बनी यूरिया जब वोहलर से,
सभी कार्बनिक जन्म यहीं से ।
जान डाल्टन के गूँजे स्वर,
आशिंक दाब के योग बराबर ।
जय जय जय द्विचक्रवाहिनी,
मैकमिलन की भुजा दाहिनी ।
सिलने हेतु शक्ति के दाता,
एलियास हैं भाग्यविधाता ।
सत्य कहूँ यह सुन्दर वचना, ल्यूवेन हुक की है यह रचना ।
कोटि सहस्र गुना सब दीखे,
सूक्ष्म बाल भी दण्ड सरीखे ।
देखहिं देखि कार्क के अन्दर,
खोज कोशिका है अति सुन्दर ।
काया की जिससे भयी रचना,
राबर्ट हुक का था यह सपना ।
टेलिस्कोप का नाम है प्यारा,
मुट्ठी में ब्रम्हाण्ड है सारा ।
गैलिलियो ने ऐसा जाना,
अविष्कार परम पुराना ।
विद्युत है चुम्बक की दाता,
सुंदर कथन मनहिं हर्षाता ।
पर चुम्बक से विद्युत आई,
ओर्स्टेड की कठिन कमाई ।
ओम नियम की कथा सुहाती,
धारा विभव है समानुपाती ।
एहि सन् उद्गगम करै विरोधा,
लेन्ज नियम अति परम प्रबोधा ।
चुम्बक विद्युत देखि प्रसंगा,
फैराडे मन उदित तरंगा ।
धारा उद्गगम फिरि मन मोहे,
मान निगेटिव फ्लक्स के होवे ।
जय जगदीश सबहिं को साजे,
वायरलेस अब हस्त बिराजै ।
अलेक्जेंडर फ्लेमिंग आए,
पैसिंलिन से घाव भराये ।
आनुवांशिकी का यह दान,
कर लो मेण्डल का सम्मान ।
डा रागंजन सुनहु प्रसंगा,
एक्स किरण की उज्ज्वल गंगा ।
मैक्स प्लांक के सुन्दर वचना,
क्वाण्टम अंक उन्हीं की रचना ।
फ्रैंकलिन की अजब कहानी,
देखि पतंग प्रकृति हरषानी ।
डार्विन ने यह रीति बनाई,
सरल जीव से सॄष्टि रचाई ।
परि प्रकाश फोटान जो धाये,
आइंस्टीन देखि हरषाए ।
षष्ठ भुजा में बेंजीन आई,
लगी केकुले को सुखदाई ।
देखि रेडियो मारकोनी का,
मन उमंग से भरा सभी का ।
कृत्रिम जीन का तोहफा लैके,
हरगोविंद खुराना आए ।
ऊर्जा की परमाणु इकाई,
डॉ भाषा के मन भाई ।
थामस ग्राहम अति विख्याता,
गैसों के विसरण के ज्ञाता ।
जो यह पढ़े विज्ञान चालीसा, देइ उसे विज्ञान आशीषा ।
श्री "निशीथ" अब इसके चेरा, मन मस्तिष्क में इसका डेरा ।
Saturday, 4 October 2014
जय हो रंगीले राजस्थान की
कौन करेगा मेरे राजस्थान की बराबरी?
.
होलेण्ड जितने बच्चे तो
सैकैण्ड्री मे फेल हो जाते हैं!
.
पोलेण्ड की पोपुलेशन से ज्यादा
कच्छे सेल हो जाते हैं!
.
राजस्थान दुबई से दो गुणा और
नार्वे से चार गुणा बङा है!
.
आस्ट्रिया से आठ गुणा
स्वीडन से साठ गुणा बडा है!
.
बरमूडा, जर्शी, जाम्बिया और
टाँगो से बहुत बङा है!
.
मेक्सिको से जस्ट आगे
ब्राजील के पीछे खडा है!
.
आई मीन दुनिया के
आधे से ज्यादा देशों से बडा है!
.
सम्पूर्ण विश्व के मानचित्र पर
त्याग और तपस्या का
एक गौरवशाली इतिहास लेकर खडा है।
.
जिसकी बलिदानी गाथा गाना
किसी कवि के वश की बात नहीं।
.
हल्दीधाटी पर कलम चले,
यह कविता की औकात नहीं!
.
यूँ घास की रोटी
किसी ग्रंथ पर लिखना भी समझौता है।
.
जौहर की ज्वाला कागज पर
यह आगजनी को न्यौता है।
.
कैशरिया लिपी वीरों की,
जहाँ रक्तिम वर्ण तराशा है।
.
बाँकडली मूँछे सिर्फ समझती,
तलवारों की भाषा है।
.
सिर्फ मौत का वरण यहाँ
मनहरण छंद कहलाता है।
.
हर जख्म यहाँ पर अलँकार
बलिदान बंध कहलाता है।
.
विशेष व्याकरण वीरों का,
है शब्द कोष मे केवल जय!
.
विराम चिन्ह सिर शत्रु के,
प्रत्यय का मतलब है प्रलय!
.
संधि ना सीखी सपने में और
समास द्वंद्व के सीखे हैं!
.
शुद्धि सदा वचन की और
पर्याय युध्द के लिखे हैं!
.
पन्ना पर पन्ना कौन भरे,
स्याही से चन्दन कौन लिखे!
.
बिन कलम झुकाये महाराणा का
अभिनन्दन कौन लिखे!
.
मीरां की श्रद्धा कौन लिखे!
हाङा की निष्ठा कौन लिखे!
.
हठ हम्मीर, दुर्गा-साँगा की
प्राण प्रतिष्ठा कौन लिखे!
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कौन लिखे गौरा बादल!
कौन लिखे सैनिक का शव!
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कौन लिखे शैतान सिंह और
कौन लिखे जेपी यादव!
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चेतावनी के चुँगटियो से चेत गया
वो राजस्थान !
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शेरशाह को मुठ्ठी बाजरा रेत गया
वो राजस्थान !
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चार बाँस चोबीस गज से भेद गया
वो राजस्थान !
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पीथल रा आखर राणा का मन छेद गया
वो राजस्थान! Jai ho mere rangeele rajasthan
ki.
Friday, 3 October 2014
कृपया भारतीय त्योहारों के अपमान करने से बचें
आजकल एक बड़ा खतरनाक प्रचलन चला हे हिन्दुओ में वह यह की जेसे ही कोई त्यौहार आनेवाला होता हे खुद हिन्दू ही उस त्यौहार को ऐसे पेश करते हे जेसे वो उनके ऊपर बोझ हे :
1) रक्षाबंधन पर मुर्खता :
कुछ हिन्दू ऐसे मेसेज भेजते हे की ||कोई भी अनजान चीज को हाथ नहीं लगाये उसमे राखी हो सकती हे !! ||
अरे कूल दूध !! तुम्हारे लिए अपनी बहन बोझ बन रही हे तुम तो राखी का मजाक बना बेठे हो तुम क्या अपनी माँ बहन की रक्षा करोगे। राखी एक रक्षा सूत्र हे अगर तुम भूल रहे हो तो याद दिलाऊ राजस्थान में औरतो ने अपनी रक्षा के लिए जोहर कर आग में कूद जाती थी।
रानी पद्मिनी के साथ 36000 औरते जोहर हो गयी थी । एक महिला की रक्षा तुमे मजाक लगती हे ???
2) दशहरा पर मुर्खता :
यह मेसेज आजकल खूब प्रचलन में हे की || रावण सीता जी को उठा ले गया हे और राम जी लंका पर चढ़ाई करने जा रहे हे उसके लिय बंदरो की आवश्यकता हे जो भी मेसेज पढ़े तुरंत निकल जाये ||
वाह !!! आज सीता अपहरण हिन्दुओ के लिए मजाक का विषय हो गया हे। जोरू का गुलाम बनना गर्व का विषय राम का सेनिक बनना मजाक हो रहा हे !!!
दूसरा जोक || रावण को कोर्ट ले जाया गया वह कहा गया की गीता पर हाथ रख कसम खाओ तब रावण कहता हे सीता पर हाथ रखा उसमे इतना बवाल हो गया गीता पर रखा तो......||
यह बड़े शर्म की बात हे की अग्नि परीक्षा देने के बाद भी आज हिन्दू सीता माता के चरित्र पर सवाल उठाने को मजाक समझते हे। कभी घर पर बेठी माँ से पुछो पिताजी कहा कहा हाथ लगाते हे अगर नहीं तो तुम्हे किसने हक दिया समस्त हिंदुत्व की माता पर हाथ रखने को मजाक बनाने का ????
एक हमारा मीडिया पहले ही हिन्दू त्योहारों के पीछे पड़ा हे होली पर पानी बर्बाद होता हे पर ईद पर जानवरों की क़ुरबानी धर्म हे
दिवाली पर पटाके छोड़ना प्रदुषण हे पर इसाई नव वर्ष पर आतिशबाजी जश्न हे।
नवरात्री पर 10 बजे के बाद गरबा ध्वनी प्रदुषण हो जाती हे वही मोहरम की रात ढोल ताशे कुटना और नववर्ष की रात जानवरों की तरह 12 बजे तक बाजे बजाना धर्म हे !!!
करवा चौथ और नाग पंचमी पाखंड हे वही इसा के पुनः मरकर लोटना गुड फ्राइडे विज्ञानिक हे !!!
हिन्दुओ को यह लगता हे की अपने पर्व का मजाक बनाना सही हे तो यह गलत हे।
हम राखी और सीता अपहरण पर मजाक करते हे इसके पीछे समाज की मानसिकता बनती हे। लोग लड़की की रक्षा से कतराते ह क्यों की राखी को हमने मजाक बना दिया हे हमने सीता माता जेसी पवित्र माँ का मजाक बना दिया हे।
आज हमने समाज में महिला का मजाक बना दिया हे उसकी रक्षा और उसकी अस्मिता एक जोक बनकर हमारा हास्य कर रही हे इससे पता चलता हे हम कितने धार्मिक हे।