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Tuesday 26 May 2015

गुड बाय, मॉम

गुड बाय, मॉम

सुपर मार्केट में शॉपिंग करते हुए एक युवक ने नोटिस किया कि एक बूढ़ी अम्मा उसका पीछा कर रही है।
वो रुकता तो बूढ़ी अम्मा रुक जाती।
वो चलता तो बूढ़ी अम्मा भी चलने लगती।

आखिर एक बार वो युवक के करीब आई और बोली---" बेटा, मेरे कारण तुम परेशान हो रहे हो। लेकिन तुम बिलकुल मेरे स्वर्गवासी बेटे जैसे दिखते हो इसलिए मैं तुम्हे देखते हुए तुम्हारे पीछे पीछे चल रही हूँ। "

युवक---" कोई बात नहीं, अम्मा जी। मुझे कोई परेशानी नहीं। "

बूढ़ी अम्मा---" बेटा, मैं जानती हूँ कि, तुम्हे अजीब लगेगा। लेकिन जब मैं स्टोर से जाऊँ तब क्या तुम मुझे एक बार ' गुड बाय, मॉम ' कहोगे, जैसा मेरा बेटा कहा करता था। मुझे बेहद ख़ुशी होगी, बेटा। "

युवक---" जी, जरूर। "

फिर, बूढ़ी अम्मा जब बाहर जाने लगी तब युवक ने जोर से आवाज लगाई---" गुड बाय, मॉम। "

बूढी अम्मा पलटी और बहुत स्नेह से युवक की तरफ देखा, मुस्कुराई और चली गई।
युवक भी बहुत खुश हुआ कि, आज वह किसी की मुस्कान का कारण बन सका।

सामान ट्रॉली में रखकर युवक काउंटर पर पहुँचा और बिल पूछा।
क्लर्क ने कहा---" 32 हजार रूपये। "

युवक---" इतना ज्यादा बिल कैसे ? मैंने तो मात्र 5 आइटम खरीदे हैं, जिनकी कीमत मुश्किल से दो - ढाई हजार होगी। "

क्लर्क---" सही कहा,सर.....लेकिन आप की मॉम बोलकर गयीं हैं कि, उन्होंने जो खरीदारी की है, उसका बिल आप पे करोगे। "

आप ने सोचा होगा कि ये जरूर कोई आँखों में आंसू ला देने वाली कहानी होगी। लेकिन......
Every day is not Mother's Day.

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