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Wednesday 24 December 2014

Fitness - benefits of drinking warm water

गर्म पानी के फायदे
♍अगर आप स्किन प्रॉब्लम्स से परेशान हैं या ग्लोइंग स्किन के लिए तरह-तरह के कॉस्मेटिक्स यूज करके थक चूके हैं तो रोजाना एक गिलास गर्म पानी पीना शुरू कर दें। आपकी स्किन प्रॉब्लम फ्री हो जाएगी व ग्लो करने लगेगी।
♍गर्म पानी पीने से शरीर के विषैले तत्व बाहर हो जाते हैं। सुबह खाली पेट व रात्रि को खाने के बाद पानी पीने से पाचन संबंधी दिक्कते खत्म हो जाती है व कब्ज और गैस जैसी समस्याएं परेशान नहीं करती हैं।
♍भूख बढ़ाने में भी एक गिलास गर्म पानी बहुत उपयोगी है। एक गिलास गर्म पानी में एक नींबू का रस और काली मिर्च व नमक डालकर पीएं। इससे पेट का भारीपन कुछ ही समय में दूर हो जाएगा।
♍खाली पेट गर्म पानी पीने से मूत्र से संबंधित रोग दूर हो जाते हैं। दिल की जलन कम हो जाती है। वात से उत्पन्न रोगों में गर्म पानी अमृत समान फायदेमंद हैं।
♍गर्म पानी के नियमित सेवन से ब्लड सर्कुलेशन भी तेज होता है। दरअसल गर्म पानी पीने से शरीर का तापमान बढ़ता है। पसीने के माध्यम से शरीर की सारे जहरीले तत्व बाहर हो जाते हैं।
♍बुखार में प्यास लगने पर मरीज को ठंडा पानी नहीं पीना चाहिए। गर्म पानी ही पीना चाहिए बुखार में गर्म पानी अधिक लाभदायक होता है।
♍यदि शरीर के किसी हिस्से में गैस के कारण दर्द हो रहा हो तो एक गिलास गर्म पानी पीने से गैस बाहर हो जाती है।
♍अधिकांश पेट की बीमारियां दूषित जल से होती हैं यदि पानी को गर्म कर फिर ठंडा कर पीया जाए तो जो पेट की कई अधिकांश बीमारियां पनपने ही नहीं पाएंगी।
♍गर्म पानी पीना बहुत उपयोगी रहता है इससे शक्ति का संचार होता है। इससे कफ और सर्दी संबंधी रोग बहुत जल्दी दूर हो जाते हैं।
♍दमा ,हिचकी ,खराश आदि रोगों में और तले भुने पदार्थों के सेवन के बाद गर्म पानी पीना बहुत लाभदायक होता है।
♍सुबह खाली पेट एक गिलास गर्म पानी में एक नींबू मिलाकर पीने से शरीर को विटामिन सी मिलता है। गर्म पानी व नींबू का कॉम्बिनेशन शरीर के प्रतिरक्षा तंत्र को मजबूत करता है।साथ ही पी.एच. का स्तर भी सही बना रहता है।
♍रोजाना एक गिलास गर्म पानी सिर के सेल्स के लिए एक गजब के टॉनिक का काम करता है। सिर के स्केल्प को हाइड्रेट करता है जिससे स्केल्प ड्राय होने की प्रॉब्लम खत्म हो जाती है।
♍वजन घटाने में भी गर्म पानी बहुत मददगार होता है। खाने के एक घंटे बाद गर्म पानी पीने से मेटॉबालिम्म बढ़ता है। यदि गर्म पानी में थोड़ा नींबू व कुछ बूंदे शहद की मिला ली जाएं तो इससे बॉडी स्लिम हो जाती है।
♍हमेशा जवान दिखते रहने की चाहत रखने वाले लोगों के लिए गर्म पानी एक बेहतरीन औषधि का काम करता है।

Learn to live- जीना सीख ले

एक बार राधाजी ने कृष्ण से पूछा: गुस्सा क्या हैं..?
बहुत खुबसूरत जवाब मिला: किसी की गलती की सजा खुद को देना..!

एक बार राधा ने कृष्ण से पूछा: दोस्त और प्यार में क्या फर्क होता हैं?
कृष्ण हँस कर बोले: प्यार सोना हैं.. और दोस्त हीरा.. सोना टूट कर दुबारा बन सकता हैं.. मगर हीरा नहीं..!

एक बार राधाजी ने कृष्णजी से पूछा: मैं कहाँ हूँ..?
कृष्ण ने कहा: तुम मेरे दिल में.. साँस में.. जिगर में.. धड़कन में.. तन में.. मन में.. हर जगह हो..!
फिर राधाजी ने पूछा: मैं कहाँ नहीं हूँ..?
तो कृष्ण ने कहा: मेरी किस्मत..!

राधा ने श्रीकृष्ण से पूछा: प्यार का असली मतलब क्या होता हैं..?
श्रीकृष्ण ने हँस कर कहा: जहाँ मतलब होता हैं.. वहाँ प्यारही कहाँ होता हैं..!

एक बार राधाने कृष्ण से पूछा: आपने मुझसे प्रेम किया.. लेकिन शादी रुक्मिणी से की.. ऐसा क्यों..?
कृष्ण ने हँसते हुए कहा: राधे... शादी में दो लोग चाहिये....और हम तो एक हैं

!

: बहुत अच्छे विचार
जरुर पढ़े

नज़र और नसीब का
कुछ ऐसा इत्तफाक हैं
कि
नज़र को अक्सर वही
चीज़ पसंद आती हैं
जो नसीब में नहीं होती

और
नसीब में लिखी चीज़
अक्सर नज़र नहीं आती है

मैंने एक दिन
भगवान से पूछा
आप मेरी दुआ
उसी वक्त
क्यों नहीं सुनते हो
जब मैं
आपसे मांगता हूँ

भगवान ने
मुस्कुरा कर के कहा
मैं तो आप के
गुनाहों की सजा भी
उस वक्त नहीं देता
जब आप करते हो

किस्मत तो पहले ही
लिखी जा चुकी है
तो कोशिश करने से
क्या मिलेगा

क्या पता
किस्मत में लिखा हो
कि
कोशिश से ही मिलेगा

ज़िन्दगी में
कुछ खोना पड़े
तो यह
दो लाइन याद रखना

जो खोया है
उसका ग़म नहीं

लेकिन

जो पाया है
वह किसी से कम नहीं

जो नहीं है
वह एक ख्वाब हैं

और

जो है
वह लाजवाब है

इन्सान कहता है कि
पैसा आये तो
हम कुछ करके दिखाये

और
पैसा कहता हैं कि
आप कुछ करके दिखाओ
तो मैं आऊ

बोलने से पहले
लफ्ज़ आदमी के
गुलाम होते हैं

लेकिन
बोलने के बाद इंसान
अपने लफ़्ज़ों का गुलाम
बन जाता हैँ

ज्यादा बोझ लेकर
चलने वाले
अक्सर डूब जाते हैं

फिर चाहे वह
अभिमान का हो
या
सामान का

जिन्दगी जख्मों
से भरी है
वक़्त को मरहम
बनाना सीख लो

हारना तो है
मौत के सामने
फ़िलहाल जिन्दगी से
जीना सीख लो

Inventions in Ancient ancient india



हजारों साल पहले ऋषियों के आविष्कार, पढ़कर रह जाएंगे हैरान |
असाधारण या यूं कहें कि प्राचीन वैज्ञानिक ऋषि-मुनियों द्वारा किए आविष्कार व उनके द्वारा उजागर रहस्यों को जिनसे आप भी अब तक अनजान होंगे –
महर्षि दधीचि -
महातपोबलि और शिव भक्त ऋषि थे। वे संसार के लिए कल्याण व त्याग की भावना रख वृत्तासुर का नाश करने के लिए अपनी अस्थियों का दान करने की वजह से महर्षि दधीचि बड़े पूजनीय हुए। इस संबंध में पौराणिक कथा है कि
एक बार देवराज इंद्र की सभा में देवगुरु बृहस्पति आए। अहंकार से चूर इंद्र गुरु बृहस्पति के सम्मान में उठकर खड़े नहीं हुए। बृहस्पति ने इसे अपना अपमान समझा और देवताओं को छोड़कर चले गए। देवताओं ने विश्वरूप को अपना गुरु बनाकर काम चलाना पड़ा, किंतु विश्वरूप देवताओं से छिपाकर असुरों को भी यज्ञ-भाग दे देता था। इंद्र ने उस पर आवेशित होकर उसका सिर काट दिया। विश्वरूप त्वष्टा ऋषि का पुत्र था। उन्होंने क्रोधित होकर इंद्र को मारने के लिए महाबली वृत्रासुर को पैदा किया। वृत्रासुर के भय से इंद्र अपना सिंहासन छोड़कर देवताओं के साथ इधर-उधर भटकने लगे।
ब्रह्मादेव ने वृत्तासुर को मारने के लिए वज्र बनाने के लिए देवराज इंद्र को तपोबली महर्षि दधीचि के पास उनकी हड्डियां मांगने के लिये भेजा। उन्होंने महर्षि से प्रार्थना करते हुए तीनों लोकों की भलाई के लिए अपनी हड्डियां दान में मांगी। महर्षि दधीचि ने संसार के कल्याण के लिए अपना शरीर दान कर दिया। महर्षि दधीचि की हड्डियों से वज्र बना और वृत्रासुर मारा गया। इस तरह एक महान ऋषि के अतुलनीय त्याग से देवराज इंद्र बचे और तीनों लोक सुखी हो गए।
आचार्य कणाद -
कणाद परमाणुशास्त्र के जनक माने जाते हैं। आधुनिक दौर में अणु विज्ञानी जॉन डाल्टन के भी हजारों साल पहले आचार्य कणाद ने यह रहस्य उजागर किया कि द्रव्य के परमाणु होते हैं।
भास्कराचार्य -
आधुनिक युग में धरती की गुरुत्वाकर्षण शक्ति (पदार्थों को अपनी ओर खींचने की शक्ति) की खोज का श्रेय न्यूटन को दिया जाता है। किंतु बहुत कम लोग जानते हैं कि गुरुत्वाकर्षण का रहस्य न्यूटन से भी कई सदियों पहले भास्कराचार्यजी ने उजागर किया। भास्कराचार्यजी ने अपने ‘सिद्धांतशिरोमणि’ ग्रंथ में पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण के बारे में लिखा है कि ‘पृथ्वी आकाशीय पदार्थों को विशिष्ट शक्ति से अपनी ओर खींचती है। इस वजह से आसमानी पदार्थ पृथ्वी पर गिरता है’।
आचार्य चरक -
‘चरकसंहिता’ जैसा महत्तवपूर्ण आयुर्वेद ग्रंथ रचने वाले आचार्य चरक आयुर्वेद विशेषज्ञ व ‘त्वचा चिकित्सक’ भी बताए गए हैं। आचार्य चरक ने शरीरविज्ञान, गर्भविज्ञान, औषधि विज्ञान के बारे में गहन खोज की। आज के दौर की सबसे ज्यादा होने वाली डायबिटीज, हृदय रोग व क्षय रोग जैसी बीमारियों के निदान व उपचार की जानकारी बरसों पहले ही उजागर की।
भारद्वाज -
आधुनिक विज्ञान के मुताबिक राइट बंधुओं ने वायुयान का आविष्कार किया। वहीं हिंदू धर्म की मान्यताओं के मुताबिक कई सदियों पहले ऋषि भारद्वाज ने विमानशास्त्र के जरिए वायुयान को गायब करने के असाधारण विचार से लेकर, एक ग्रह से दूसरे ग्रह व एक दुनिया से दूसरी दुनिया में ले जाने के रहस्य उजागर किए। इस तरह ऋषि भारद्वाज को वायुयान का आविष्कारक भी माना जाता है।
कण्व -
वैदिक कालीन ऋषियों में कण्व का नाम प्रमुख है। इनके आश्रम में ही राजा दुष्यंत की पत्नी शकुंतला और उनके पुत्र भरत का पालन-पोषण हुआ था। माना जाता है कि उसके नाम पर देश का नाम भारत हुआ। सोमयज्ञ परंपरा भी कण्व की देन मानी जाती है।
कपिल मुनि -
भगवान विष्णु का पांचवां अवतार माने जाते हैं। इनके पिता कर्दम ऋषि थे। इनकी माता देवहूती ने विष्णु के समान पुत्र चाहा। इसलिए भगवान विष्णु खुद उनके गर्भ से पैदा हुए। कपिल मुनि 'सांख्य दर्शन' के प्रवर्तक माने जाते हैं। इससे जुड़ा प्रसंग है कि जब उनके पिता कर्दम संन्यासी बन जंगल में जाने लगे तो देवहूती ने खुद अकेले रह जाने की स्थिति पर दुःख जताया। इस पर ऋषि कर्दम देवहूती को इस बारे में पुत्र से ज्ञान मिलने की बात कही। वक्त आने पर कपिल मुनि ने जो ज्ञान माता को दिया, वही 'सांख्य दर्शन' कहलाता है।
इसी तरह पावन गंगा के स्वर्ग से धरती पर उतरने के पीछे भी कपिल मुनि का शाप भी संसार के लिए कल्याणकारी बना। इससे जुड़ा प्रसंग है कि भगवान राम के पूर्वज राजा सगर ने द्वारा किए गए यज्ञ का घोड़ा इंद्र ने चुराकर कपिल मुनि के आश्रम के करीब छोड़ दिया। तब घोड़े को खोजते हुआ वहां पहुंचे राजा सगर के साठ हजार पुत्रों ने कपिल मुनि पर चोरी का आरोप लगाया। इससे कुपित होकर मुनि ने राजा सगर के सभी पुत्रों को शाप देकर भस्म कर दिया। बाद के कालों में राजा सगर के वंशज भगीरथ ने घोर तपस्या कर स्वर्ग से गंगा को जमीन पर उतारा और पूर्वजों को शापमुककिया।
पतंजलि -
आधुनिक दौर में जानलेवा बीमारियों में एक कैंसर या कर्करोग का आज उपचार संभव है। किंतु कई सदियों पहले ही ऋषि पतंजलि ने कैंसर को रोकने वाला योगशास्त्र रचकर बताया कि योग से कैंसर का भी उपचार संभव है।
शौनक :
वैदिक आचार्य और ऋषि शौनक ने गुरु-शिष्य परंपरा व संस्कारों को इतना फैलाया कि उन्हें दस हजार शिष्यों वाले गुरुकुल का कुलपति होने का गौरव मिला। शिष्यों की यह तादाद कई आधुनिक विश्वविद्यालयों तुलना में भी कहीं ज्यादा थी।
महर्षि सुश्रुत -
ये शल्यचिकित्सा विज्ञान यानी सर्जरी के जनक व दुनिया के पहले शल्यचिकित्सक
(सर्जन) माने जाते हैं। वे शल्यकर्म या आपरेशन में दक्ष थे। महर्षि सुश्रुत द्वारा लिखी गई ‘सुश्रुतसंहिता’ ग्रंथ में शल्य चिकित्सा के बारे में कई अहम ज्ञान विस्तार से बताया है। इनमें सुई, चाकू व चिमटे जैसे तकरीबन 125 से भी ज्यादा शल्यचिकित्सा में जरूरी औजारों के नाम और 300 तरह की शल्यक्रियाओं व उसके पहले की जाने वाली तैयारियों, जैसे उपकरण उबालना आदि के बारे में पूरी जानकारी बताई गई है।
जबकि आधुनिक विज्ञान ने शल्य क्रिया की खोज तकरीबन चार सदी पहले ही की है। माना जाता है कि महर्षि सुश्रुत मोतियाबिंद, पथरी, हड्डी टूटना जैसे पीड़ाओं के उपचार के लिए शल्यकर्म यानी आपरेशन करने में माहिर थे। यही नहीं वे त्वचा बदलने की शल्यचिकित्सा भी करते थे।
वशिष्ठ :
वशिष्ठ ऋषि राजा दशरथ के कुलगुरु थे। दशरथ के चारों पुत्रों राम, लक्ष्मण, भरत व शत्रुघ्न ने इनसे ही शिक्षा पाई। देवप्राणी व मनचाहा वर देने वाली कामधेनु गाय वशिष्ठ ऋषि के पास ही थी।
विश्वामित्र :
ऋषि बनने से पहले
विश्वामित्र क्षत्रिय थे। ऋषि वशिष्ठ से कामधेनु गाय को पाने के लिए हुए युद्ध में मिली हार के बाद तपस्वी हो गए। विश्वामित्र ने भगवान शिव से अस्त्र विद्या पाई। इसी कड़ी में माना जाता है कि आज के युग में प्रचलित प्रक्षेपास्त्र या मिसाइल प्रणाली हजारों साल पहले विश्वामित्र ने ही खोजी थी।
ऋषि विश्वामित्र ही ब्रह्म गायत्री मंत्र के दृष्टा माने जाते हैं। विश्वामित्र का अप्सरा मेनका पर मोहित होकर तपस्या भंग होना भी प्रसिद्ध है। शरीर सहित त्रिशंकु को स्वर्ग भेजने का चमत्कार भी विश्वामित्र ने तपोबल से कर दिखाया।
महर्षि अगस्त्य -
वैदिक मान्यता के मुताबिक मित्र और वरुण देवताओं का दिव्य तेज यज्ञ कलश में मिलने से उसी कलश के बीच से तेजस्वी महर्षि अगस्त्य प्रकट हुए। महर्षि अगस्त्य घोर तपस्वी ऋषि थे। उनके तपोबल से जुड़ी पौराणिक कथा है कि एक बार जब समुद्री राक्षसों से प्रताड़ित होकर देवता महर्षि अगस्त्य के पास सहायता के लिए पहुंचे तो महर्षि ने देवताओं के दुःख को दूर करने के लिए समुद्र का सारा जल पी लिया। इससे सारे राक्षसों का अंत हुआ।
गर्गमुनि -
गर्ग मुनि नक्षत्रों के खोजकर्ता माने जाते हैं। यानी सितारों की दुनिया के जानकार। ये गर्गमुनि ही थे, जिन्होंने श्रीकृष्ण एवं अर्जुन के के बारे नक्षत्र विज्ञान के आधार पर जो कुछ भी बताया, वह पूरी तरह सही साबित हुआ। कौरव-पांडवों के बीच महाभारत युद्ध विनाशक रहा। इसके पीछे वजह यह थी कि युद्ध के पहले पक्ष में तिथि क्षय होने के तेरहवें दिन अमावस थी। इसके दूसरे पक्ष में भी तिथि क्षय थी। पूर्णिमा चौदहवें दिन आ गई और उसी दिन चंद्रग्रहण था। तिथि-नक्षत्रों की यही स्थिति व नतीजे गर्ग मुनिजी ने पहले बता दिए थे।
बौद्धयन -
भारतीय त्रिकोणमितिज्ञ के रूप में जाने जाते हैं। कई सदियों पहले ही तरह-तरह के आकार-प्रकार की यज्ञवेदियां बनाने की त्रिकोणमितिय रचना-पद्धति बौद्धयन ने खोजी। दो समकोण समभुज चौकोन के क्षेत्रफलों का योग करने पर जो संख्या आएगी, उतने क्षेत्रफल का ‘समकोण’ समभुज चौकोन बनाना और उस आकृति का उसके क्षेत्रफल के समान के वृत्त में बदलना, इस तरह के कई मुश्किल सवालों का जवाब बौद्धयन ने आसान बनाया।
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Sunday 14 December 2014

L.P.G.गैस सिलेण्डर की भी होती है "एक्सपायरी डेट"

आपके एवं आपके परिवार की सुरक्षा के लिए २
मिनिट का समय निकाल कर इसे अवश्य पढ़े ......
L.P.G.गैस सिलेण्डर की भी होती है
"एक्सपायरी डेट"
जी हां, घरेलू गैस सिलेण्डर
की भी एक्सपायरी डेट होती है और
एक्सपायरी डेट निकलने के बाद गैस सिलेण्डर
को इस्तेमाल करना बम की तरह खरतनाक
हो सकता है। आमतौर पर गैस सिलेण्डर
की रिफील लेते समय उपभोक्ताओं का ध्यान इसके
वजन और सील पर ही होता है।
उन्हें सिलेण्डर की एक्सपायरी डेट
की जानकारी ही नहीं होती।
इसी का फायदा एलपीजी की आपूर्ति करने
वाली कंपनियां उठाती हैं और धड़ल्ले से
एक्पायरी डेट वाले सिलेण्डर रिफील कर हमारे
घरों तक पहुंचाती हैं। यहीं कारण है कि गैस
सिलेण्डरों से हादसे होते हैं।
~~ कैसे पता करें एक्सपायरी डेट ~~
सिलेण्डर के उपरी भाग पर उसे पकड़ने के लिए गोल
रिंग होती है और इसके नीचे तीन पट्टियों में से
एक पर काले रंग से सिलेण्डर की एक्सपायरी डेट
अंकित होती है। इसके तहत अंग्रेजी में ए, बी,
सी तथा डी अक्षर अंकित होते है तथा साथ में
दो अंक लिखे होते हैं। ए अक्षर साल
की पहली तिमाही (जनवरी से मार्च), बी साल
की दूसरी तिमाही (अप्रेल से जून), सी साल
की तीसरी तिमाही (जुलाई से सितम्बर)
तथा डी साल की चौथी तिमाही अर्थात
अक्टूबर से दिसंबर को दर्शाते हैं। इसके बाद लिखे
हुए दो अंक एक्सपायरी वर्ष को संकेत करते हैं।
यानि यदि सिलेण्डर पर A 11 लिखा हुआ
हो तो सिलेण्डर की एक्सपायरी मार्च 2011 है।
इस सिलेण्डर का "मार्च 2011" के बाद उपयोग
करना खतरनाक होता है। इस प्रकार के सिलेण्डर
बम की तरह कभी भी फट सकते हैं।
ऐसी स्थिति में उपभोक्ताओं को चाहिए कि वे
इस प्रकार के एक्सपायर सिलेण्डरों को लेने से
मना कर दें तथा आपूर्तिकर्त्ताएजेंसी को इस बारे
में सूचित करें।

कृप्या घरेलू सुरक्षा के मद्देनजर इस पोस्ट को अधिक-अधिक शेयर करे |

Friday 12 December 2014

Interesting GK latest

कुछ रोचक जानकारियाँ
==============================
1.गधे की आंखों की स्थिति कुछ ऐसी होती है
कि वह अपने चारों पैरों को एक साथ देख
सकता है
2.ऊंट की आंख में तीन पलकें होतीं हैं जो उन्हें
रेगिस्तान में उड़ने वाली रेत से बचाती हैं
3. मनुष्य के शरीर में हर सेकेण्ड 15 मिलियन
लाल रक्त कणिकाएं पैदा होतीं हैं और मरती हैं।
4. विश्व में कुल 2792 भाषाएँ
बोली जाती है.
5. विश्व में स्पेन ऐसा देश है
जहां कपड़ो पर अख़बार छपता है.
6. जिराफ की जीभ इतनी लंबी होती है कि वह
अपने कान साफ़ कर सकता है ।
7. विश्व का पहला रिवोल्वर कोल्ट
(अमेरिका) ने 1835 में बनाया था.
8. एक्वेस्टक ऐसा पदार्थ है जो आग
में नहीं जलता.
9. विश्व में बिजली का अविष्कार
1672 में वान गुएरिके ने किया था.
10. विश्व का रूस ऐसा देश है जिसक एक
भाग में शाम और एक भाग में दिन
होता है.
11. चीन विश्व का ऐसा देश है
जिसकी सीमा को तेरह देशो ने घेर रखा है
12.भारत में रंगीन टीवी का प्रसारण
शुरू हुआ था 1982 में
13. सानमारिनो विश्व का ऐसा देश है
जहां दो राष्ट्रपति होते है.
•विश्व का प्रथम विश्वविद्यालय – तक्षशिला    विश्वविद्यालय (भारत)
•विश्व का प्रथम धर्म – सनातन (वैदिक) धर्म
•विश्व की प्रथम महिला प्रधान मन्त्री – एस। भण्डारनायके (लंका)
•विश्व का प्रथम पुस्तक मुद्रित करने वाला देश – चीन
•विश्व का प्रथम पुस्तक मुद्रित करने वाला देश – चीन
•विश्व का प्रथम कागजी मुद्रा जारी करने वाला देश – चीन
•अन्तरिक्ष में कृत्रिम उपग्रह प्रक्षेपण करने वाला विश्व का प्रथम देश – रूस
•अन्तरिक्ष में भेजा जाने वाला विश्व का प्रथम अन्तरिक्ष शटल – कोलम्बिया
•अन्तरिक्ष में पहुँचने वाला विश्व का प्रथम व्यक्ति – मेजर यूरी गागरीन (रूस)
•चन्द्रमा पर मानव भेजने वाला विश्व का प्रथम देश – संयुक्त राज्य अमेरिका
•चन्द्रमा में उतरने वाला विश्व का प्रथम व्यक्ति – नील आर्मस्ट्रांग
•मंगल ग्रह में उतरने वाला विश्व का प्रथम अन्तरिक्ष यान – वाइकिंग-1
•विश्व के चारों ओर समुद्री यात्रा करने वाला विश्व का प्रथम व्यक्ति – फर्डीनेंड मैगलन
•वायुयान से उड़ान भरने वाला विश्व का प्रथम व्यक्ति – राइट बन्धु
•विश्व का प्रथम नगर जिस पर परमाणु बम गिराया गया – हिरोशिमा (जापान)

Tuesday 9 December 2014

भारत और इंडिया में अंतर


भारत और इंडिया में अंतर.....
भारत में गॉंव है, गली है, चौबारा है.
इंडिया में सिटी है, मॉल है, पंचतारा है.
भारत में घर है, चबूतरा है, दालान है.
इंडिया में फ्लैट और मकान है.
भारत में काका है, बाबा है, दादा है, दादी है.
इंडिया में अंकल आंटी की आबादी है.
भारत में खजूर है, जामुन है, आम है.
इंडिया में मैगी, पिज्जा, माजा का नकली आम है.
भारत में मटके है, दोने है, पत्तल है.
इंडिया में पोलिथीन, वाटर व वाईन की बोटल है.
भारत में गाय है, गोबर है, कंडे है.
इंडिया में सेहतनाशी चिकन बिरयानी अंडे है.
भारत में दूध है, दही है, लस्सी है.
इंडिया में खतरनाक विस्की, कोक, पेप्सी है.
भारत में रसोई है, आँगन है, तुलसी है.
इंडिया में रूम है, कमोड की कुर्सी है.
भारत में कथडी है, खटिया है, खर्राटे हैं.
इंडिया में बेड है, डनलप है और करवटें है.
भारत में मंदिर है, मंडप है, पंडाल है.
इंडिया में पब है, डिस्को है, हॉल है.
भारत में गीत है, संगीत है, रिदम है.
इंडिया में डान्स है, पॉप है, आईटम है.
भारत में बुआ है, मौसी है, बहन है.
इंडिया में सब के सब कजन है.
भारत में पीपल है, बरगद है, नीम है.
इंडिया में वाल पर पूरे सीन है.
भारत में आदर है, प्रेम है, सत्कार है.
इंडिया में स्वार्थ, नफरत है, दुत्कार है.
भारत में हजारों भाषा हैं, बोली है.
इंडिया में एक अंग्रेजी एक बडबोली है.
भारत सीधा है, सहज है, सरल है.
इंडिया धूर्त है, चालाक है, कुटिल है.
भारत में संतोष है, सुख है, चैन है.
इंडिया बदहवास, दुखी, बेचैन है.
क्योंकि …
भारत को देवों ने, वीरों ने रचाया है.
इंडिया को लालची, अंग्रेजों ने बसाया है....

Saturday 6 December 2014

Biggest ironies in INDIA

1) Most of the guys who are ignored by Girls in young life, are actually the nicest and better husband material :)
2) Its dangerous to talk to strangers, but its perfectly ok to marry one
3) We'd rather spend more on daughters wedding than on her education.
4) We live in a country where seeing a policeman makes us nervous rather than feeling safe
5) In IAS exam, a person writes a brilliant 1500 words essay about how Dowry is a social evil. Impresses everyone and cracks the exam.
One year later same person demands a dowry of 1 crore, because he is an IAS officer.
6) Indians are very shy and still are 121 Crore.
7) Indians are obsessed with screen guards on their smartphones even though most come with scratch proof Gorilla Glass but never bother wearing a helmet while riding their bikes.
8) Indian Society teaches
'Not to Get Raped',  rather  'Don't Rape' !
9) Reserved people get more benefit than deserve people...!
10) The worst movies earn the most
11) A porn-star is accepted in society as a  celebrity, but a rape victim is not even accepted as a normal human  being.

Monday 1 December 2014

22 Reasons To Believe Hinduism Is Best and it is Based On Science:


            वृक्ष
People are advised to worship Neem and Banyan tree in the morning. Inhaling the air near these trees, is good for health.
           योग
If you are trying to look ways for stress management, there can’t be anything other than Hindu Yoga aasan Pranayama (inhaling and exhaling air slowly using one of the nostrils).
          प्रतिष्ठान
Hindu temples are built scientifically. The place where an idol is placed in the temple is called ‘Moolasthanam’. This ‘Moolasthanam’ is where earth’s magnetic waves are found to be maximum, thus benefitting the worshipper.
           तुलसी
Every Hindu household has a Tulsi plant. Tulsi or Basil leaves when consumed, keeps our immune system strong to help prevent the H1N1 disease.
              मन्त्र
The rhythm of Vedic mantras, an ancient Hindu practice, when pronounced and heard are believed to cure so many disorders of the body like blood pressure.
           तिलक
Hindus keep the holy ash in their forehead after taking a bath, this removes excess water from your head.
          कुंकुम
Women keep kumkum bindi on their forehead that protects from being hypnotised.
           हस्त ग्रास
Eating with hands might be looked down upon in the west but it connects the body, mind and soul, when it comes to food.
           पत्तल
Hindu customs requires one to eat on a leaf plate. This is the most eco-friendly way as it does not require any chemical soap to clean it and it can be discarded without harming the environment.banana; palash leaves
           कर्णछेदन
Piercing of baby’s ears is actually part of acupuncture treatment. The point where the ear is pierced helps in curing Asthma.
           हल्दी
Sprinkling turmeric mixed water around the house before prayers and after. Its known that turmeric has antioxidant, antibacterial and anti-inflammatory qualities.
             गोबर
The old practice of pasting cow dung on walls and outside their house prevents various diseases/viruses as this cow dung is anti-biotic and rich in minerals.

                गोमूत्र
Hindus consider drinking cow urine to cure various illnesses. Apparently, it does balance bile, mucous and airs and a remover of heart diseases and effect of poison.
               शिक्षा
The age-old punishment of doing sit-ups while holding the ears actually makes the mind sharper and is helpful for those with Autism, Asperger’s Syndrome, learning difficulties and behavioural problems.
             दिया 
Lighting ‘diyas’ or oil or ghee lamps in temples and house fills the surroundings with positivity and recharges your senses.
              जनेऊ
Janeu, or the string on a Brahmin’s body, is also a part of Acupressure ‘Janeu' and keeps the wearer safe from several diseases.
              तोरण
Decorating the main door with ‘Toran’- a string of mangoes leaves;neem leaves;ashoka leaves actually purifies the atmosphere.
            चरणस्पर्श
Touching your elder’s feet keeps your backbone in good shape.
             चिताग्नि
Cremation or burning the dead, is one of the cleanest form of disposing off the dead body.
                ॐ
Chanting the mantra ‘Om’ leads to significant reduction in heart rate which leads to a deep form of relaxation with increased alertness.
       हनुमान चालीसा
Hanuman Chalisa's every line takes us to the roots of the science and if we follows it can change our life according to NASA, has the exact calculation of the distance between Sun and the Earth.
              शंख
The ‘Shankh Dhwani’ creates the sound waves by which many harmful germs, insects are destroyed. The mosquito breeding is also affected by Shankh blowing and decreases the spread of malaria.

बहाने Vs सफलता

~ ~ * बहाने Vs सफलता *~ ~
****************
1- मुझे उचित शिक्षा लेने का
अवसर नही मिला...
उचित शिक्षा का अवसर
फोर्ड मोटर्स के मालिक
हेनरी फोर्ड को भी नही मिला ।
**********************
2- मै इतनी बार हार चूका ,
अब हिम्मत नही...
अब्राहम लिंकन 15 बार
चुनाव हारने के बाद राष्ट्रपति बने।
**********************
3- मै अत्यंत गरीब घर से हूँ ...
पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम भी
गरीब घर से थे ।
*********************
4- बचपन से ही अस्वस्थ था...
आँस्कर विजेता अभिनेत्री
मरली मेटलिन भी बचपन से
बहरी व अस्वस्थ थी ।
**********************
5 - मैने साइकिल पर घूमकर
आधी ज़िंदगी गुजारी है...
निरमा के करसन भाई पटेल ने भी
साइकिल पर निरमा बेचकर
आधी ज़िंदगी गुजारी ।
**********************
6- एक दुर्घटना मे
अपाहिज होने के बाद
मेरी हिम्मत चली गयी...
प्रख्यात नृत्यांगना
सुधा चन्द्रन के पैर नकली है ।
**************************
7- मुझे बचपन से मंद बुद्धि
कहा जाता है...
थामस अल्वा एडीसन को भी
बचपन से मंदबुद्धि कहा जता था।
************************
8- बचपन मे ही मेरे पिता का
देहाँत हो गया था...
प्रख्यात संगीतकार
ए.आर.रहमान के पिता का भी
देहांत बचपन मे हो गया था।
***********************
9- मुझे बचपन से परिवार की
जिम्मेदारी उठानी पङी...
लता मंगेशकर को भी
बचपन से परिवार की जिम्मेदारी
उठानी पङी थी।
*********************
10- मेरी लंबाई बहुत कम है...
सचिन तेंदुलकर की भी
लंबाई कम है।
*********************
11- मै एक छोटी सी
नौकरी करता हूँ ,
इससे क्या होगा...
धीरु अंबानी भी
छोटी नौकरी करते थे।
**********************
12- मेरी कम्पनी एक बार
दिवालिया हो चुकी है ,
अब मुझ पर कौन भरोसा करेगा...
दुनिया की सबसे बङी
शीतल पेय निर्माता पेप्सी कोला भी
दो बार दिवालिया हो चुकी है ।
*********************
13- मेरा दो बार नर्वस
ब्रेकडाउन हो चुका है ,
अब क्या कर पाउँगा...
डिज्नीलैंड बनाने के पहले
वाल्ट डिज्नी का तीन बार
नर्वस ब्रेकडाउन हुआ था।
**************************
14- मेरी उम्र बहुत ज्यादा है...
विश्व प्रसिद्ध केंटुकी फ्राइड चिकेन
के मालिक ने 60 साल की उम्र मे
पहला रेस्तरा खोला था।
*********************
15- मेरे पास बहुमूल्य आइडिया है
पर लोग अस्वीकार कर देते है...
जेराँक्स फोटो कापी मशीन के
आईडिया को भी ढेरो कंपनियो ने
अस्वीकार किया था पर आज
परिणाम सामने है ।
*************************
16- मेरे पास धन नही...
इन्फोसिस के पूर्व चेयरमैन
नारायणमूर्ति के पास भी धन नही था
उन्हे अपनी पत्नी के गहने बेचने पङे।
*************************
17- मुझे ढेरो बीमारियां है..
वर्जिन एयरलाइंस के प्रमुख भी
अनेको बीमारियो मे थे |
राष्ट्रपति रुजवेल्ट के दोनो पैर
काम नही करते थे।
*************************
आज आप जहाँ भी है
या कल जहाँ भी होगे
इसके लिए आप किसी और को
जिम्मेदार नही ठहरा सकते ,'
इसलिए आज चुनाव करिये -
सफलता और सपने चाहिए
या खोखले बहाने ...

Essay on LAL BAHADUR SHASHTRI

आपका नेता कैसा हो? हमारा कहना है...शाश्त्रीजी जैसा हो....
1. जब इंदिरा शाश्त्रीजी के घर (प्रधान मंत्री आवास ) पर पहुची तो कहा कि यह तो चपरासी का घर लग रहा है, इतनी सादगी थी हमारे शास्त्रीजी में...
2.जब 1965 मे पाकिस्तान से युद्ध हुआ था तो शासत्री जी ने भारतीय सेना का मनोबल इतना बड़ा दिया था की भारतीय सेना पाकिस्तानी सेना को गाजर मूली की तरह काटती चली गयी थी और पाकिस्तान का बहुत बड़ा हिस्सा जीत लिय
ा था ।
3.जब भारत पाकिस्तान का युद्ध चल रहा तो अमेरिका ने भारत पर दबाव बनाने के लिए कहाथा की भारत युद्ध खत्मकर दे नहीं तो अमेरिकाभारत को खाने के लिए गेहू देना बंद कर देगातो इसके जवाब मे शास्त्री जी ने कहाकीहम स्वाभिमान से भूखे रहना पसंद करेंगे किसी के सामने भीख मांगने की जगह । और शास्त्री जी देशवासियों से निवेदन किया की जब तक अनाज की व्यवस्था नहीं हो जाती तब तक सब लोग सोमवार का व्रत रखना चालू कर दे और खाना कम खाया करे ।
4.जब शास्त्री जी तस्केंत समझोते के लिए जा रहे थे तो उनकी पत्नी के कहा की अब तो इस पुरानी फटी धोती कीजगह नई धोती खरीद लीजिये तो शास्त्री जी ने कहा इस देश मे अभी भी ऐसे बहुत से किसान है जो फटी हुई धोती पहनते है इसलिए मै अच्छे कपडे कैसे पहन सकता हु क्योकि मै उन गरीबो का ही नेता हूँ अमीरों का नहीं और फिरशास्त्री जी उनकी फटी पुरानी धोती को अपने हाथ से सिलकर तस्केंत समझोते के लिए गए ।
5. जब पाकिस्तान से युद्ध चल रहा था तो शास्त्री जी ने देशवासियों से कहा की युद्ध मे बहुत रूपये खर्च हो सकते है इसलिएसभी लोग अपने फालतू केखर्च कम कर देऔर जितना हो सके सेना को धन राशि देकर सहयोगकरें । और खर्च कम करने वाली बात शास्त्री जी ने उनके खुद के दैनिक जीवन मे भी उतारी । उन्होने उनके घर के सारे काम करने वाले नौकरो को हटा दिया था और वो खुद ही उनके कपड़े धोते थे, और खुद ही उनके घर की साफ सफाई और झाड़ू पोंछा करते थे ।
6. शास्त्री जी दिखन?े मे जरूर छोटे थे पर वो सच मे बहुत बहादुर और स्वाभिमानी थे ।
7. जब शास्त्री जी की मृत्यु हुई तो कुछ नीचलोगों ने उन पर इल्ज़ाम लगाया की शास्त्री जी भ्रस्टाचारी थे पर जांच होने के बाद पता चला की शास्त्री जी केबैंक के खाते मे मात्र365/- रूपये थे । इससे पता चलता है की शास्त्री जी कितने ईमानदार थे ।
8. शास्त्री जी अभी तक के एक मात्र ऐसे प्रधान मंत्री रहे हैं जिनहोने देश के बजट मे से 25 प्रतिशत सेना के ऊपर खर्च करनेका फैसला लिया था । शास्त्री जी हमेशा कहते थे की देश का जवान और देश का किसान देश के सबसे महत्वपूर्ण इंसान हैं इसलिए इन्हे कोई भी तकलीफ नहीं होना चाहिए और फिर शास्त्री जी ने 'जय जवान जय किसान' का नारा दिया ।
9.जब शास्त्रीजि तस्केंत गए थे तो उन्हे जहर देकर मार दिया गया था और देश मे झूठी खबर फैला दी गयी थी की शास्त्री जी की मृत्यु दिल का दौरा पड़ने से हुई । और सरकार ने इस बात पर आज तक पर्दा डाल रखा है ।
10 शास्त्री जी जातिवाद के खिलाफ थे इसलिए उन्होने उनके नाम के आगे श्रीवास्तव लिखना बंद कर दिया था ।
हम धन्य हैं की हमारी भूमि पर ऐसे स्वाभिमानी और देश भक्त इंसान ने जन्म लिया । यह बहुत गौरव की बात है की हमे शास्त्री जी जैसे प्रधान मंत्री मिले ।
जय जवान जय किसान !

Self Motivation

"Attitude Matters"
Once a Bird asked a Bee: After constant hard-work, you prepare honey. But a man comes & steals it. Do you not feel sad ?
Wonderful reply by Bee: Never... Because only thing man can do is to steal 'my honey'... not the 'art of making honey'...
In this world, anyone can copy your CREATIONS but no one can copy your TALENT

Sunday 23 November 2014

अपने पाचन तंत्र को समझें

ये जानना बहुत जरुरी है ...
हम पानी क्यों ना पीये खाना खाने के बाद।
क्या कारण है |
हमने दाल खाई,
हमने सब्जी खाई,
हमने रोटी खाई,
हमने दही खाया
लस्सी पी ,
दूध,दही छाझ लस्सी फल आदि|,
ये सब कुछ भोजन के रूप मे हमने ग्रहण किया
ये सब कुछ हमको उर्जा देता है
और पेट उस उर्जा को आगे ट्रांसफर करता है |
पेट मे एक छोटा सा स्थान होता है जिसको हम हिंदी मे कहते है "अमाशय"
उसी स्थान का संस्कृत नाम है "जठर"|
उसी स्थान को अंग्रेजी मे कहते है
" epigastrium "|
ये एक थेली की तरह होता है
और यह जठर हमारे शरीर मे सबसे
महत्वपूर्ण है
क्योंकि सारा खाना सबसे पहले इसी मे आता है।
ये बहुत छोटा सा स्थान हैं
इसमें अधिक से अधिक 350GMS खाना आ सकता है |
हम कुछ भी खाते सब ये अमाशय मे आ जाता है|
आमाशय मे अग्नि प्रदीप्त होती है उसी को कहते हे"जठराग्न"।
|ये जठराग्नि है वो अमाशय मे प्रदीप्त होने वाली आग है ।
ऐसे ही पेट मे होता है जेसे ही आपने खाना खाया की जठराग्नि प्रदीप्त हो गयी |
यह ऑटोमेटिक है,जेसे ही अपने रोटी का पहला टुकड़ा मुँह मे डाला की इधर जठराग्नि प्रदीप्त हो गई|
 ये अग्नि तब तक जलती हे जब तक खाना पचता है | 
🔹अब अपने खाते ही गटागट पानी पी लिया और खूब ठंडा पानी पी लिया|
और कई लोग तो बोतल पे बोतल पी जाते है |
अब जो आग (जठराग्नि) जल रही थी वो बुझ गयी|
🔹आग अगर बुझ गयी तो खाने की पचने की जो क्रिया है वो रुक गयी|
🔸अब हमेशा याद रखें खाना जाने पर हमारे पेट में दो ही क्रिया होती है,
एक क्रिया है जिसको हम कहते हे "Digestion"  और दूसरी है "fermentation"
फर्मेंटेशन का मतलब है सडना
और डायजेशन का मतलब हे पचना|
🔸आयुर्वेद के हिसाब से आग जलेगी तो खाना पचेगा,खाना पचेगा तो उससे रस बनेगा|
जो रस बनेगा तो उसी रस से मांस,मज्जा,रक्त,वीर्य,हड्डिया,मल,मूत्र और अस्थि बनेगा और सबसे अंत मे मेद बनेगा|
🔸ये तभी होगा जब खाना पचेगा|🔸
यह सब हमें चाहिए|
ये तो हुई खाना पचने की बात
🔸🔸🔸🔸🔸🔸🔸🔸
अब जब खाना सड़ेगा तब क्या होगा..?
खाने के सड़ने पर सबसे पहला जहर जो बनता है वो हे यूरिक एसिड (uric acid )
|कई बार आप डॉक्टर के पास जाकर कहते है की मुझे घुटने मे दर्द हो रहा है,
मुझे कंधे-कमर मे दर्द हो रहा है
तो डॉक्टर कहेगा आपका यूरिक एसिड बढ़ रहा है आप ये दवा खाओ, वो दवा खाओ
यूरिक एसिड कम करो|
और एक दूसरा उदाहरण खाना
जब खाना सड़ता है, तो यूरिक एसिड जेसा ही एक दूसरा विष बनता है जिसको हम कहते हे
LDL (Low Density lipoprotive)
माने खराब कोलेस्ट्रोल (cholesterol )|
जब आप ब्लड प्रेशर(BP) चेक कराने डॉक्टर के पास जाते हैं तो वो आपको कहता है (HIGH BP )
हाई-बीपी है आप पूछोगे कारण बताओ?
तो वो कहेगा कोलेस्ट्रोल बहुत ज्यादा बढ़ा हुआ है |
आप ज्यादा पूछोगे की कोलेस्ट्रोल कौनसा बहुत है ?
तो वो आपको कहेगा LDL बहुत है |
इससे भी ज्यादा खतरनाक एक  विष हे
वो है VLDL
(Very Low Density lipoprotive)|
ये भी कोलेस्ट्रॉल जेसा ही विष है।
अगर VLDL बहुत बढ़ गया तो आपको भगवान भी नहीं बचा सकता|
खाना सड़ने पर और जो जहर बनते है उसमे एक ओर विष है जिसको अंग्रेजी मे हम कहते है triglycerides|
जब भी डॉक्टर आपको कहे की आपका "triglycerides" बढ़ा हुआ हे तो समज लीजिए की आपके शरीर मे विष निर्माण हो रहा है |
तो कोई यूरिक एसिड के नाम से कहे,कोई कोलेस्ट्रोल के नाम से कहे, कोई LDL -VLDL के नाम से कहे समझ लीजिए की ये
विष हे और ऐसे विष 103 है |
ये सभी विष तब बनते है जब खाना सड़ता है |
मतलब समझ लीजिए किसी का कोलेस्ट्रोल बढ़ा हुआ है तो एक ही मिनिट मे ध्यान आना चाहिए की खाना पच नहीं रहा है ,
कोई कहता हे मेरा triglycerides बहुत बढ़ा हुआ है तो एक ही मिनिट मे डायग्नोसिस कर लीजिए आप ! की आपका खाना पच नहीं रहा है |
कोई कहता है मेरा यूरिक एसिड बढ़ा हुआ है तो एक ही मिनिट लगना चाहिए समझने मे की खाना पच नहीं रहा है |
क्योंकि खाना पचने पर इनमे से कोई भी जहर नहीं बनता|
खाना पचने पर जो बनता है वो है मांस,मज्जा,रक्त ,वीर्य,हड्डिया,मल,मूत्र,अस्थि
और
खाना नहीं पचने पर बनता है यूरिक एसिड, कोलेस्ट्रोल
,LDL-VLDL|
और यही आपके शरीर को रोगों का घर बनाते है !
पेट मे बनने वाला यही जहर जब
ज्यादा बढ़कर खून मे आते है ! तो खून दिल की नाड़ियो मे से निकल नहीं पाता और रोज थोड़ा थोड़ा कचरा जो खून मे आया है इकट्ठा होता रहता है और एक दिन नाड़ी को ब्लॉक कर देता है
*जिसे आप heart attack कहते हैं !
तो हमें जिंदगी मे ध्यान इस बात पर देना है
की जो हम खा रहे हे वो शरीर मे ठीक से पचना चाहिए
और खाना ठीक से पचना चाहिए इसके लिए पेट मे ठीक से आग (जठराग्नि) प्रदीप्त होनी ही चाहिए|
क्योंकि बिना आग के खाना पचता नहीं हे और खाना पकता भी नहीं है
🔹* महत्व की बात खाने को खाना नहीं खाने को पचाना है |
आपने क्या खाया कितना खाया वो महत्व नहीं हे।
खाना अच्छे से पचे इसके लिए वाग्भट्ट जी ने सूत्र दिया !!
"भोजनान्ते विषं वारी"
---------------
🔸🔸 (मतलब खाना खाने के तुरंत बाद पानी पीना जहर पीने के बराबर
है )🔸🔸
* इसलिए खाने के तुरंत बाद पानी कभी मत पिये!*
अब आपके मन मे सवाल आएगा कितनी देर तक नहीं पीना ???
तो 1 घंटे 48 मिनट तक नहीं पीना !
अब आप कहेंगे इसका क्या calculation हैं ??
बात ऐसी है !
जब हम खाना खाते हैं तो जठराग्नि द्वारा सब एक दूसरे मे मिक्स होता है और फिर खाना पेस्ट मे बदलता हैं है !
पेस्ट मे बदलने की क्रिया होने तक 1 घंटा 48 मिनट
का समय लगता है !
उसके बाद जठराग्नि कम हो जाती है !
(बुझती तो नहीं लेकिन बहुत
धीमी हो जाती है )
पेस्ट बनने के बाद शरीर मे रस बनने की परिक्रिया शुरू होती है !
तब हमारे शरीर को पानी की जरूरत होती हैं ।
तब आप जितना इच्छा हो उतना पानी पिये !!
जो बहुत मेहनती लोग है (खेत मे हल चलाने वाले ,रिक्शा खीचने वाले पत्थर तोड़ने वाले)
उनको 1 घंटे के बाद ही रस बनने
लगता है उनको  घंटे बाद
पानी पीना चाहिए !
अब आप कहेंगे खाना खाने के पहले कितने मिनट तक पानी पी सकते हैं ???
तो खाना खाने के 45 मिनट पहले तक आप पानी पी सकते हैं !
अब आप पूछेंगे ये मिनट का calculation ????
बात ऐसी ही जब हम पानी पीते हैं
तो वो शरीर के प्रत्येक अंग तक जाता है !
और अगर बच जाये तो 45 मिनट बाद मूत्र पिंड तक पहुंचता है !
तो पानी - पीने से मूत्र पिंड तक आने का समय 45 मिनट का है !
तो आप खाना खाने से 45 मिनट पहले ही पाने पिये !
इसका जरूर पालण करे !
अधिक अधिक लोगो को बताएं

दुनिया बदल जाती है पर साले दोस्तकभी नहीं बदलते

रिज़ल्ट अगर अच्छा हो ...
- मां : भगवान की कृपा है #
- पापा : बेटा किसका है #
- दोस्त : चल दारू पीते हैं ##
.
रिज़ल्ट अगर बुरा हो .......
- माँ : आग लगे इस कॉलेज में *
- पापा : तुम्हारे लाड़ प्यार ने, बिगाड़ दिया *
- दोस्त : चल दारू पीते हैं **
.
नौकरी लगने पर ...............
- माँ : अपनी सेहत का ख़याल रखना #
- पापा : खूब मेहनत से काम करना #
- दोस्त : चल दारू पीते हैं ##
नौकरी छूटने पर ..............
- माँ : नौकरी ही खराब थी **
- पापा : कोई बात नहीं, दूसरी मिल जाएगी
- दोस्त : चल दारू पीते हैं ***
☺जन्मदिन पर ............
- माँ : जुग जुग जिए मेरा बेटा #
- पापा : हमेशा आगे बढ़ना #
- दोस्त : चल दारू पीते हैं ##
.
प्यार में नाकाम होने पर ........
- माँ : बेटा भूल जा उसको *
- पापा : मर्द बन बेटा *
- दोस्त : चल दारू पीते हैं **
.
शादी होने पर ...............
- माँ : सदा सुखी रहो #
- पापा : खुश रहो #
- दोस्त : चल दारू पीते हैं ##
,
☝कहानी की शिक्षा :
दुनिया बदल जाती है पर साले दोस्त
कभी नहीं बदलते !!

Learning tricks in science history GK

Vitamin ABCDEK KI kami se hone wale rog Trick ---- "रवे सारे वहाँ पर हैं "
1. A - र – रतोंधी
2. B - वे - वेरी वेरी
3. C - सा – स्कर्वी
4. D - रे – रिकेट्स
5. E - वहाँ – वाझपन
6. K - पर - रक्त का थक्का न बनना
कर्क रेखा भारत के इन
राज्यों स ेगुजरती है =8 राज्य
Trick: मेंरा मित्र राँझा पर छा गया
मेरा =मध्य प्रदेश
मित्र =मिजोरम ,त्रिपुरा
राँझा= राजस्थान ,झारखण्ड
पर =पाश्चिम बंगाल
छोड =छत्तीसगढ़
गया =गुजरात.
चम्बल की सहायक नदियाँ-
TRICK >> काका ने बाबा मापा
संधि-विच्छेद
का- कालीसिन्ध
का- कुराल
बा- बामनी
बा- बनास
मा- मेज
पा- परबन
मुख्य 9 नदियोँ जो "अरब सागर"
मेँ गिरती है
*Trick- "सालू की माँ भानमती सोजा"
1. साबरमती
2. लूनी
3. माँडवी
4. माही
5. भारतपुझा या पोन्नानी
6. नर्मदा
7. सोम
8. जाखम
9. जवाई
1:भारत
की प्रमुख
नदी परीयोजना जो सतलज नदी पर
बनी है –]
TRICK > सर इंदिरा कल नथ पहन
कर भाग गई
संधि-विच्छेद
सर-सरहिंद परीयोजना
इंदिरा -इंदिरा गांधी नहर परीयोजना
कल-कोल परीयोजना
नथ-नाथपा झाकरी परीयोजना
भाग-भाकड़ा नांगल परीयोजना
गई-[Silent]
1.Animal Tissue.....
Trick --- "पेशी का* उप-संयोजी तंत्र"
1. पेशी--------पेशी ऊतक
2. उप---------उपकला ऊतक
3. संयोजी----संयोजी ऊतक
4. तंत्र--------तंत्रिका ऊतक
भारतीय संविधान
की आठवी अनुसूची में जोड़ी गयी भाषाएँ
Trick - "BDMS"
B = BODO,
D = DOGRI,
M = MAITHILI,
S = SANTHALI
Arawali ki 5 sabse unchi chotiya. GURU SE
JARA AASHA RAKHO.
GURU=GURU SHIKHAR
SE= SER
JARA= JARGA
AASHA= ACHAL GARH
RA= RAGHUNATH GARH
KHO= KHOH
rajsthan ki arab sagar me girne wali nadiya=
MALU SO JA SAAP KHA JAEGA- Explanation
MA= MAHI
LU=LUNI
SO=SOM
JA=JAKHAM
SAA=SABARMATI
P= -
KHA=KHARI
JA= JOJDI
EGA= -
तना वाली प्रमुख फसल
TRICK :- "हद कर दि आप ने
"हद - हल्दी
कर - केसर
दि - आदी
आ - आलु
प - प्याज
1.Animal Tissue.....
Trick --- "पेशी का* उप-संयोजी तंत्र"
1. पेशी--------पेशी ऊतक
2. उप---------उपकला ऊतक
3. संयोजी----संयोजी ऊतक
4. तंत्र--------तंत्रिका ऊतक
सिंधु घाटी सभ्यता के लोग ईन सभी धातु से
परीचित थे
Trick - [सोचता सिटी]
सो - सोना
च - चाँदी
ता - ताँबा
सि - सिसा
टि - टिन
नोट:- लोहे से परिचीत नही थ
kshetrafal ke hisab se rajsthan k 6 sbse bade
dirtrict.
bde se chhote k kram me.
JAB BIJO NACHE.
JA= JAISLMER
B = BADMER
BI = BIKANER
JO= JODHPUR
NA= NAGOR
CHE= CHURU
-इतिहास में प्राचीन भारत के
वंशो का कालानुक्रम
TRICK: हशीनमाशुका
Explanation : ह + शि + न + मा + शु + क + अ
ह = हर्यक वंश
शि = शिशुनाग वंश
न = नन्द वंश
मा = मौर्या वंश
शु = शुंग वंश
क = कण्व वंश
अ = आंध्र सातवाहन
TRICK : अकबर के शासन काल के नवरत्न-
Trick : "BAT BAT (PE) MDH"
B = Birbal ( बीरबल )
A = Abul fajal ( अबुल फजल )
T = Tansen ( तानसेन )
B = Bhagvandas ( भगवानदास )
A = Abdul rahim khane khana ( अब्दुल रहीम खाने
खाना )
T = Todarmal ( टोडरमल )
(PE) = silent word
M = Manshingh ( मानसिंह)
D = Mulla do pyaja ( मुल्ला दो प्याजा )
H = Hakim hukam ( हकीम हकाम)
[19:43, 11/22/2014] ‪+91 99508 83015‬: -.जैन धर्म के अनुयायी-:
Trick:-"KAACU" काकू
K= कलिंग नरेश खारवेल
A= अजातशत्रु
A= अमोघवर्ष
C= चंद्रगुप्त मौर्य
U= उदयिन
राष्ट्रपति क्रमानुसार*
TRICK : "राजू की राधा जाकर गिरी फखरूद्दीन
रेडी की जैल मेँ तब
रामाशंकर नारायण की कलम से
प्रतीभा निकली प्रणव की"
1:- राजेन्द्र प्रसाद=> 1952-62 , प्रथम
निर्वाचित , तीन बार राष्ट्रपति पद की शपथ ,
सर्वाधिक अवधि तक राष्ट्रपति "भारत रत्न"
मिला ।
2:- सर्वपल्ली राधाकृष्णन=> 1962-67 , उससे पहले
दो बार उपराष्ट्रपति(1952-62) , 5 सितम्बर
शिक्षक दिवस , (विश्व शिक्षक दिवस 5 अक्टूबर) ,
उपराष्ट्रपति पद पर रहते "भारत रत्न" मिला ।
3:- जाकिर हुसैन=> 1967-69 , प्रथम मुस्लिम
राष्ट्रपति ,
(इनकी राष्ट्रपति पद पे रहते मृत्यु 2 वर्ष) ,
इनको भी उपराष्ट्रपति पद पर रहते "भारत रत्न"
मिला ।
4:- वी॰वी॰गिरी=> 1969-74 , दूसरे चक्र
की मतगणना मेँ जीते , "भारत रत्न" मिला ।
5:- फखरूद्दीन=> 1974-77 , सबसे ज्यादा अध्यादेश
जारी करने वाले ,
(पिछले जाकिर हुसैन 2 वर्ष तो 1 और जोड़
दो 2+1=3 वर्ष) ।
6:- नीलम संजीव रेड्डी=> 1977-82 ,
ये निर्विरोध निर्वाचित होने वाले राष्ट्रपति ,
*ज्ञात्वय=> 25 जुलाई को शपथ ( क्रम 6 से 13
तक के
सभी राष्ट्रपतियोँ ने 25 जूलाई को शपथ ली हैँ ।
7:- ज्ञानी जैलसिँह=> प्रथम सिख राष्ट्रपति ।
8:- रामाकृष्ण वेकटरमन=>
9:- शंकरदयाल शर्मा=>
10:- के॰आर॰नारायण=> प्रथम दलित राष्ट्रपति ।
11:- अब्दूल कलाम=> "भारत रत्न मिला , मिसाइल
मैन ।
12:- प्रतीभा पाटील=> प्रथम महिला राष्ट्रपति ,
जन्म स्थान
जलगाँव महाराष्ट्र , ससुराल छोटी लोसल सीकर है ,
ये राजस्थान की प्रथम महिला राज्यपाल थी ,
पति देवीसिँह
शेखावत ।
13:- प्रणव मुखर्जी=> विपक्षी उम्मीदवार
श्री पी॰ए॰संगमा को हराया ।
विषाणु (वायरस) से होने वाली बीमारियां
Trick -- "रेखा हमें हिट करके पोएचे (पीछे) छोड़ गई"
1. रे --------रेबीज
2. खा ------खसरा
3. ह --------हर्पिस
4. में -------मेनिनजाइटिस
5. हि -------हिपैटाइटिस
6. ट --------ट्रैकोमा
करके -------(साइलेंट)
7. पो -------पोलियो
8. ए --------एड्स
9. चे --------चेचक
10. छो -----छोटी माता
11. ड -------डेंगू ज्वर
12. ग ------गलसोध
13. ई -------इन्फ्लुएंजा
मुख्य 9 नदियोँ जो "अरब सागर"
मेँ गिरती है
*Trick- "सालू की माँ भानमती सोजा"
1. साबरमती
2. लूनी
3. माँडवी
4. माही
5. भारतपुझा या पोन्नानी
6. नर्मदा
7. सोम
8. जाखम
9. जवाई
TRICK : अकबर के शासन काल के नवरत्न-
Trick : "BAT BAT (PE) MDH"
B = Birbal ( बीरबल )
A = Abul fajal ( अबुल फजल )
T = Tansen ( तानसेन )
B = Bhagvandas ( भगवानदास )
A = Abdul rahim khane khana ( अब्दुल रहीम खाने
खाना )
T = Todarmal ( टोडरमल )
(PE) = silent word
M = Manshingh ( मानसिंह)
D = Mulla do pyaja ( मुल्ला दो प्याजा )
H = Hakim hukam ( हकीम हकाम)
तना वाली प्रमुख फसल
TRICK :- "हद कर दि आप ने
"हद - हल्दी
कर - केसर
दि - आदी
आ - आलु
प - प्याज

Best speech on teachers day

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MONEY IS YOURS BUT RESOURCES BELONG TO THE SOCIETY


Chetan Bhagat
Germany is a highly industrialized country. In such a country, many will think its people lead a luxurious life.
When we arrived at Hamburg , my colleagues walked into the restaurant, we noticed that a lot of tables were empty. There was a table where a young couple was having their meal. There were only two dishes and two cans of beer on the table. I wondered if such simple meal could be romantic, and whether the girl will leave this stingy guy.
There were a few old ladies on another table. When a dish is served, the waiter would distribute the food for them, and they would finish every bit of the food on their plates.
As we were hungry, our local colleague ordered more food for us.When we left, there was still about one third of un-consumed food on the table.
When we were leaving the restaurant, the old ladies spoke to us in English, we understood that they were unhappy about us wasting so much food.
"We paid for our food, it is none of your business how much food we left behind," my colleague told the old ladies. The old ladies were furious. One of them immediately took her hand phone out and made a call to someone. After a while, a man in uniform from Social Security organisation arrived. Upon knowing what the dispute was, he issued us a 50 Euro fine. We all kept quiet.
The officer told us in a stern voice, "ORDER WHAT YOU CAN CONSUME, MONEY IS YOURS BUT RESOURCES BELONG TO THE SOCIETY. THERE ARE MANY OTHERS IN THE WORLD WHO ARE FACING SHORTAGE OF RESOURCES. YOU HAVE NO REASON TO WASTE RESOURCES."
The mindset of people of this rich country put all of us to shame. WE REALLY NEED TO REFLECT ON THIS. We are from country which is not very rich in resources. To save face, we order large quantity and also waste food when we give others a treat.
(Courtesy: A friend who is now changed a lot)
THE LESSON IS:- THINK SERIOUSLY ABOUT CHANGING OUR BAD HABITS. Expecting acknowledgment, that u read the message and forward to your contacts.
VERY TRUE -"MONEY IS YOURS BUT RESOURCES BELONG TO THE SOCIETY."

संयुक्त परिवार

वो पगंत में बैठ के निवालों का तोड़ना,                      वो अपनों की संगत में रिश्तों का जोडना,                
वो दादा की लाठी पकड़ गलियों में घूमना,                     
वो दादी का बलैया लेना और माथे को चूमना,                
सोते वक्त दादी पुराने किस्से कहानी कहती थीं,                    आंख खुलते ही माँ की आरती सुनाई देती थी,              
इंसान खुद से दूर अब होता जा रहा है,                         
वो संयुक्त परिवार का दौर अब खोता जा रहा है।             
माली अपने हाथ से हर बीज बोता था,                        
घर ही अपने आप में पाठशाला होता था,                   
संस्कार और संस्कृति रग रग में बसते थे,                   
उस दौर में हम मुस्कुराते नहीं खुल कर हंसते थे।                
मनोरंजन के कई साधन आज हमारे पास है,                    
पर ये निर्जीव है इनमें नहीं साँस है, फैशन के इस दौर में युवा वर्ग बह गया,                       
राजस्थान से रिश्ता बस जात जडूले का रह गया।                 ऊँट आज की पीढ़ी को डायनासोर जैसा लगता है,              
आँख बंद कर वह बाजरे को चखता है।                      
आज गरमी में एसी और जाड़े में हीटर है,                   
और रिश्तों को मापने के लिये स्वार्थ का मीटर है।                   वो समृद्ध नहीं थे फिर भी दस दस को पालते थे,              
खुद ठिठुरते रहते और कम्बल बच्चों पर डालते थे।                  मंदिर में हाथ जोड़ तो रोज सर झुकाते हैं,                   
पर माता-पिता के धोक खाने होली दीवाली जाते हैं।              
मैं आज की युवा पीढी को इक बात बताना चाहूँगा,                उनके अंत:मन में एक दीप जलाना चाहूँगा।                     
ईश्वर ने जिसे जोड़ा है उसे तोड़ना ठीक नहीं,                  
ये रिश्ते हमारी जागीर हैं ये कोई भीख नहीं।                  
अपनों के बीच की दूरी अब सारी मिटा लो,                   
रिश्तों की दरार अब भर लो उन्हें फिर से गले लगा लो।         
अपने आप से सारी उम्र नज़रें चुराओगे,                   
अपनों के ना हुए तो किसी के ना हो पाओगे।                   
सब कुछ भले ही मिल जाए पर अपना अस्तित्व गँवाओगे,       
बुजुर्गों की छत्र छाया में ही महफूज रह पाओगे।                   
होली बेईमानी होगी दीपावली झूठी होगी,                      
अगर पिता दुखी होगा और माँ रूठी होगी।।।

Motivational formulae and meaningful percentages


Very interesting & meaningful
If:
A B C D E F G H I J K LM N O P Q R S T U V W X Y Z
is equal to:
1 2 3 4 5 6 7 8 9 10 11 12 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22 23 24 25 26
Then,
H+A+R+D+W+O+R+K ;
8+1+18+4+23+15+18+11=98%
K+N+O+W+L+E+D+G+E ;
11+14+15+23+12+5+4+7+5=96%
L+O+V+E;
12+15+22+5 = 54%
L+U+C+K ;
12+21+3+11 = 47%
None of them makes 100%. Then what makes 100%?
Is it Money? NO!
M+O+N+E+Y= 13+15+14+5+25=72%
Leadership? NO!
L+E+A+D+E+R+S+H+I+P= 12+5+1+4+5+18+19+8+9+16=97%
Every problem has a solution, only if we perhaps change our "ATTITUDE"...
A+T+T+I+T+U+D+E ;
1+20+20+9+20+21+4+5 = 100%
It is therefore OUR ATTITUDE towards Life and Work that makes
OUR Life 100% Successful.
Amazing mathematics
Beautiful msg to share:
Do you agree that we have 26 alphabets in English, as given below

A = 1 ; B = 2 ; C = 3 ; D = 4 ;
E = 5 ; F = 6 ; G = 7 ; H = 8 ;
I = 9 ; J = 10 ; K = 11 ; L = 12 ;
M = 13 ; N = 14 ; O = 15 ; P = 16 ;
Q = 17 ; R = 18 ; S = 19 ; T = 20 ;
U = 21 ; V = 22 ; W = 23 ; X =24 ;
Y = 25 ; Z = 26.
With each alphabet getting a number, in chronological order, as above, study the following, and bring down the total to a single digit and see the result yourself
Hindu -
S  h  r  e  e   K  r  i  s  h  n  a
19+8+18+5+5+11+18+9+19+8+14+1=135=9
Muslim
M  o  h  a  m  m  e  d
13+15+8+1+13+13+5+4=72=9
Jain
M a  h a v  i  r
13+1+8+1+22+9+18=72=9
Sikh
G  u  r  u   N  a  n  a  k
7+21+18+21+14+1+14+1+11 =108 =9
Parsi
Z  a  r  a  t  h  u  s  t  r a
26+1+18+1+20+8+21+19+20+18+1=153=9
Buddhist
G  a   u  t  a  m
7+1+21+20+1+13=63=9
Christian
E  s   a  M  e  s  s  i   a  h
5+19+1+13+5+19+19+9+1+8=99=18=9 
Each one ends with number  9
THAT IS NATURE'S CREATION TO SHOW THAT GOD IS ONE !!!

Thursday 20 November 2014

Hindi ke naveen dohe

पैर की मोच
और
छोटी सोच,
हमें आगे
बढ़ने नहीं देती ।
😔😔😔😔😔😔😔😔
टूटी कलम
और
औरो से जलन,
खुद का भाग्य
लिखने नहीं देती ।
😔😔😔😔😔😔😔😔😔
काम का आलस
और
पैसो का लालच,
हमें महान
बनने नहीं देता ।
😔😔😔😔😔😔😔😔😔
अपना मजहब उंचा
और
गैरो का ओछा,
ये सोच हमें इन्सान
बनने नहीं देती ।
😔😔😔😔😔😔😔😔
👌दुनिया में सब चीज
      मिल जाती है,....
      केवल अपनी गलती
      नहीं मिलती.....
😔😔😔😔😔😔😔😔
भगवान से वरदान माँगा
     कि दुश्मनों से
         पीछा छुड़वा दो,
            अचानक दोस्त
                कम हो गए...
😔😔😔😔😔😔😔😔😔
" जितनी भीड़ ,
     बढ़ रही
       ज़माने में..।
         लोग उतनें ही,
           अकेले होते
             जा रहे हैं...।।।
😔😔😔😔😔😔😔😔
इस दुनिया के
   लोग भी कितने
      अजीब है ना ;
          सारे खिलौने
             छोड़ कर
                जज़बातों से
                   खेलते हैं...
😔😔😔😔😔😔😔😔😔
किनारे पर तैरने वाली
   लाश को देखकर
      ये समझ आया...
         बोझ शरीर का नही
            साँसों का था....
😔😔😔😔😔😔😔😔😔
दोस्तो के साथ
   जीने का इक मौका
      दे दे ऐ खुदा...
         तेरे साथ तो
            हम मरने के बाद
              भी रह लेंगे....
😔😔😔😔😔😔😔😔
“तारीख हज़ार
    साल में बस इतनी
       सी बदली है…
          तब दौर
             पत्थर का था
                अब लोग
                   पत्थर के हैं..."
😔😔😔😔😔😔😔😔😔
हम वक्त और
   हालात के
      साथ 'शौक'
         बदलते हैं,,
            दोस्त नही .Good Day.

Wednesday 19 November 2014

Hindi Poem on teacher for teacher day

ये नेत्र सजल हो जाते है,
मस्तिस्क भ्रमित हो जाता है।
जब दर्द लिखूं अध्यापक का,
तब ह्रदय द्रवित हो जाता है।
सहता जीवनपर्यन्त सदा,
रह मौन कुठाराघातों से।
कभी अधिकारी, कभी पेरेन्ट कभी जनप्रतिनिधि तो,
कभी अपनो के आघातों से।
बन बैठा है दुश्मन देखो,
भाई ही भाई का रण में।
है चाल चली शकुनी ने फिर,
प्रतिनिधियों के संरक्षण में।
दिन-रात जला निज रक्त उदय,
विद्या का दीपक करता है।
फिर भी ना जाने अध्यापक,
क्यों डरा-डरा सा रहता है।
खो गया कहीं है मैत्री भाव,
भाईचारा भी नहीं रहा।
ईर्ष्या और द्वेष चरम पर है।
मन-प्रेम गवारा नही रहा।
मेने देखा कुछ मित्रो को,
करते हैं गुलामी ऑफिस की।
अफ़सर से लेकर चपरासी,
करते हैं दलाली ऑफिस की।
अब बन्द करो छीना झपटी,
हो रहा जुआ सा ऑफिस में।
वीयर,स्कोच और रम छोड़ो,
पियो दूध बतासा ऑफिस में।
बन कर स्कूल के अधिकारी
पढ़ते अपनी-अपनी फारसी।
स्कूल निरीक्षण के बहाने,
घूमें लखनऊ, दिल्ली, झाँसी।
एक जान की आफत सीसीई बन गया,
जीना मरना दुश्वार हुआ।
है यम समान हर इन्स्पेक्शन पे,
सर पर आकर के सवार हुआ।
स्काउट ने खून पिया, प्रदर्श्नीयों ने है रुलाया, और रोज रोज की मीटिन्ग ने मास्टर का पसीना छुडाया.
कुछ बची जान अब तक बाकी,
वो सब्जेक्ट कमेटी ले डूबी।
प्राचार्य महोदय कहे आकर,
मास्टर तेरी एजेन्डा पोइन्ट ही फीकी।
लो आगए बडे साब कभी,
बस इनकीकमी रह गयी थी बाकी।
ना दाल गले इनके आगे,
ना चले किसी की चालाकी।
सब देख रजिस्टर यूँ बोले,
सब गलत..गलत कुछ सही नहीं।
मास्साब धैर्यशाली थे सो,
आँखो से गंगा बही नही।
बोले साहब वेतन रोकूं,
या फिर तुझको सस्पेण्ड करूं।
या डीसी साहब से जाकर,
तेरी सारी कम्प्लेण्ड करूं।
कप गए मास्साब अन्दर तक,
और हाथ जोड़ कहने लग गये।
सौरी सर सौरी सर मास्साब करने लगे
गर्व कर साहब का कलेजा ठण्डा हुआ,
और अगले साल गलती न करने के प्रोमिस से साहब का गुस्सा धुंआ हुआ।
साहब का पेट अब फूल गया घमंड से,
जब टीचर जैसा पेड़ मिल गया धूल से !

Friday 31 October 2014

Sardar Vallabhbhai Patel

Vallabhbhai Patel
Deputy Prime Minister of India
In office
15 August 1947 – 15 December 1950
Prime Minister Jawaharlal Nehru
Preceded by Position established
Succeeded by Morarji Desai
Minister of Home Affairs
In office
15 August 1948 – 15 December 1950
Prime Minister Jawaharlal Nehru
Preceded by Position established
Succeeded by Chakravarti Rajagopalachari
Personal details
Born Sardar Vallabhbhai Patel
31 October 1875
Nadiad, Gujarat, Bombay Presidency, British India
Died 15 December 1950 (aged 75)
Bombay, Bombay State, India
Nationality Indian
Political party Indian National Congress
Children Maniben Patel, Dahyabhai Patel
Alma mater Middle Temple
Profession Lawyer
Religion Hinduism
Vallabhbhai Jhaverbhai Patel (Hindi pronunciation: [ʋəlləbˈbʱaːi pəˈʈeːl] ( )) (31 October 1875 – 15 December 1950) was an Indian barrister and statesman, one of the leaders of the Indian National Congress and one of the founding fathers of the Republic of India. He was a social leader who played a leading role in the country's struggle for independence and guided its integration into a united, independent nation. In India and elsewhere, he was often addressed as Sardar, which means Chief in Hindi, Urdu and Persian.
He was raised in the countryside of Gujarat.[1] Vallabhbhai Patel was employed in successful practice as a lawyer. Patel subsequently organised peasants from Kheda, Borsad, and Bardoli in Gujarat in non-violent civil disobedience against oppressive policies imposed by the British Raj; in this role, he became one of the most influential leaders in Gujarat. He rose to the leadership of the Indian National Congress and was at the forefront of rebellions and political events, organising the party for elections in 1934 and 1937, and promoting the Quit India movement.
As the first Home Minister and Deputy Prime Minister of India, Patel organised relief for refugees in Punjab and Delhi, and led efforts to restore peace across the nation. Patel took charge of the task to forge a united India from the British colonial provinces allocated to India and more than five hundred self-governing princely states, released from British suzerainty by the Indian Independence Act 1947. Using frank diplomacy, backed with the option and use of military force, Patel's leadership persuaded almost every princely state. Often known as the "Iron Man of India" or "Bismarck of India", he is also remembered as the "Patron Saint" of India's civil servants for establishing modern all-India services.